एन्जियोस्पर्म (आवृत्तबीजी) के लक्षण लिखिए।

user image

Dileep Vishwakarma

2 years ago

आवृतबीजी पौधे – इनके पुष्प में बाह्यदल तथा दल पाए जाते हैं पौधे पुष्पधारी कहलाते है इनमें निषेचन दोहरा होता है। बीज फलावरण के अंदर बनते हैं अतः यह आवृतबीजी कहलाते हैं भ्रूणपोष दोहरे निषेचन के बाद विकसित होता है। भ्रूणपोष त्रिगुणित होता है। सूर्यमुखी, सरसों, गुड़हल, मटर, गेहूँ, गन्ना आदि आवृतबीजी पौधे है।

Recent Doubts

Close [x]