दो बालक किसी ऐलुमिनियम पाइप के दो सिरों पर हैं। एक बालक पाइप के एक सिरे पर पत्थर से आघात करता है। दूसरे सिरे पर स्थित बालक तक वायु तथा ऐलुमिनियम से होकर जाने वाली ध्वनि तरंगों द्वारा लिए गए समय का अनुपात ज्ञात कीजिए।
वायु में ध्वनि तरंगें उत्पन्न करता स्वरित्र द्विभुज v) इसी प्रकार कंपमान स्वरित्र द्विभुज की दोनों भुजाएँ आगे पीछे गति करती हैं तथा संपीडन और विरलन की श्रेणी बन जाती है। अब पत्थर टकराता है और ध्वनि उत्पन्न होती है। ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जिसके संचरण के लिए किसी माध्यम- वायु, जल, स्टील आदि की आवश्यकता होती है।