अनुदैर्घ्य तरंगों में माध्यम के कण दोलन करते हैं (a) तरंग गति की दिशा के लम्बवत् (b) तरंग गति की दिशा से 60° के कोण पर (c) तरंग गति की दिशा के समान्तर (d) किसी दिशा में नहीं
(क) अनुदैर्ध्य तरंग-अनुदैर्ध्य तरंगें वे हैं जिनमें कणों का दोलन स्थानांतरण के समानांतर सरल रेखीय दिशा में होता है। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। ऊर्जा उसी दिशा में स्थानांतरित होती है, जिसमें माध्यम के कण दोलन करते हैं। अनुदैर्ध्य तरंगें बनने के लिए आवश्यक परिस्थितियां वहीं हैं जो अनुप्रस्थ तरंगों के लिए आवश्यक हैं।