आइन्सटीन का द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण लिखिए तथा इसका अर्थ समझाइए।
आइन्सटीन के समीकरण के अनुसार, E = mc² जबकि m किसी कण या पिण्ड का द्रव्यमान तथा E वह ऊर्जा है जो पिण्ड के द्रव्यमान का ऊर्जा में रूपान्तरण होने से प्राप्त होती है। c = निर्वात में प्रकाश की चाल (3 x 108 मीटर सेकण्ड-1) है। उदाहरणतः यदि 1 किलोग्राम द्रव्यमान का ऊर्जा में परिवर्तन हो तो उससे प्राप्त ऊर्जा E = 1 किग्रा. x (3 x 108 मी. से-1)2 = 9 x 1016 जूल होगी।