समूचे राष्ट्र को खादी पहनाने का गाँधीजी का सपना भारतीय जनता के केवल कुछ हिस्सों तक ही सीमित क्यों रहा?
(i) विविधतापूर्ण समाज: भारतीय समाज में विविधताओं से भरा समाज था। जिसमें अलग-अलग जाति, धर्म, वर्ग आदि के पुरुष- महिला रहते थे तथा जिनके रीति-रिवाज तथा पहनावों में व्यापक अंतर था। इतना ही नहीं, अपने पारंपरिक रीति -रिवाज का उन्हें मोह भी था। अत: उन्होंने खादी के पोशाक की उपेक्षा की।