ब्रिटेन में नई सामग्री से नई प्रौद्योगिकी ने किस तरह के सुधार लाने में सहायता की?
17वीं सदी से पहले फ्लैक्स, लिनेन या ऊन से बने बहुत कम कपड़े प्रयोग में लाए जाते थे। किंतु 1600 ई. के बाद भारत के साथ व्यापार के चलते सस्ती व रखरखाव में आसान भारतीय छींट यूरोप लाई गई। उन्नीसवीं सदी में यूरोप में अधिकाधिक लोगों की सूती कपड़ों तक पहुँच हो गई। बीसवीं सदी के प्रारंभ तक सस्ते, टिकाऊ एवं रखरखाव तथा धुलाई में आसान कृत्रिम रेश से बने कपड़े प्रयोग किए जाने लगे।