भारत में चुनावी प्रतिद्वन्द्विता के दोषों का उल्लेख कीजिए।
भारत में चुनाव प्रतिद्वन्द्विता के कुछ दोष इस प्रकार हैं चुनाव जीतने का दबाव सही किस्म की दीर्घकालिक राजनीति को पनपने नहीं देता। समाज तथा देश की सेवा करने की इच्छा रखने वाले अच्छे लोग भी इन्हीं कारणों से चुनावी मुकाबले में नहीं उतरते। यह प्रत्येक समुदाय में ‘अलगाव तथा ‘भिन्नता’ की भावना पैदा करता है। विभिन्न राजनैतिक दल तथा नेतागण एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं। दल तथा उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए तरह-तरह के हथकण्डे अपनाते हैं।