Q.24 वह जाति जो निकट भविष्य में विलापन के जोखिम पर है, यदि इसके विलोपन की आंशका सतत बनी रहती है। यह जाति कहलाती है। (1) क्षति आशाकित जाति (Threatened Species) (2) दुलर्भ जाति (Rare Species) (3) अनुरक्षित जाति (Vulnerable Species)
अन्तर्राष्ट्रीय प्रकृति एवं प्राकृतिक संसाधन संरक्षण संघ (IUCN- International Union of Nature and Natural Resources) के अनुसार, वे जातियाँ जो निकट भविष्य में विलोपन के उच्च जोखिम की चरमता का सामना कर रही है, अर्थात् निकट भविष्य विलुप्त हो सकती है, उन्हें क्रान्तिक संकटापन्न जातियाँ के अन्तर्गत रखा जाता है। वर्तमान में क्रान्तिक संकटापन्न सूची में 2129 जन्तु तथा 1821 पादप जातियाँ सम्मिलित है। स्थानिक स्थान विशेष में उपस्थित या पायी जाने वाली जातियाँ को कहा जाता है। सुमैध जातियाँ भी IUCN के अनुसार, वे जातियाँ हैं, जिनकी संख्या में कोई कमी तो नहीं है, लेकिन उनको उचित संरक्षण की आवश्यकता है।