नदी भू-खण्ड के कोनों, मार्ग, भूमि का उठाव, बालू के किनारे तथा उसको गोलाकार रूप देकर द्वीप को आकार प्रदान करती है।
माँ सरस्वती की वन्दना अनेक देवता, प्रसिद्ध सिद्ध पुरुष, बड़े-बड़े ऋषि मुनि, महान तपस्वी आदि करते हैं। माँ सरस्वती की वन्दना उनके पति ब्रह्मा अपने चार मुखों से, उनके पुत्र अपने पाँच मुखों से और उनका पौत्र कार्तिकेय छह मुखों से करते हैं, किन्तु उनकी उदारता का वर्णन फिर भी नहीं हो पाता है।