Vasudev Sharan Agrawal ka jivan Parichay
हिंदी गद्य के लोकविश्रुत रचनाकार वासुदेव शरण अग्रवाल का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में स्थित खेड़ा नामक ग्राम में 7 अगस्त, सन् 1904 ई. को हुआ था। माता का निवास लखनऊ में होने के कारण इनका बचपन यहीं व्यतीत हुआ। ... सन् 1952 में लखनऊ विश्वविद्यालय में राधाकुमुद मुखर्जी व्याख्याननिधि की ओर से व्याख्याता नियुक्त हुए।डॉ० अग्रवाल का जन्म सन् 1904 ई० में मेरठ जनपद के खेड़ा ग्राम में हुआ था। इनके माता-पिता लखनऊ में रहते थे; अत: इनका बचपन लखनऊ में व्यतीत हुआ और यहीं इनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी हुई। वे हिन्दी साहित्य में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं पुरातत्व के मर्मज्ञ विद्वान थे ।वासुदेवशरण अग्रवाल की 'कृतियां' (२) कल्पवृक्ष, (३) भारत की एकता, (४) मातृभूमि, (५) कला और संस्कृति, (६) कल्पलता, (७) वाग्धारा। शोध ग्रन्थ - (१) पाणिनिकालीन भारत। समीक्षात्मक ग्रन्थ - (१) मलिक मोहम्मद जायसी कृत पद्मावत, तथा (२) कालिदास कृत मेघदूत की संजीवनी व्याख्या।