. बस इतना ही काफ़ी है। फिर मैं भी ज़ोर लगाता हूँ। ‘ही’, ‘भी’ वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में से पाँच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ हो।
ही- दोनों साथ उठते, साथ नाँद में मुँह डालते और रथ ही बैठते थे। एक ही विजय ने उसे संसार की सभ्य जातियों में गण्य बना दिया। ज्यादा-से-ज्यादा मेरी ही गरदन पर रहे। यही उनका आधार था। कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है। भी- कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है। उसके चेहरे पर असंतोष की छाया भी न दिखाई देती। गधे का एक छोटा भाई और भी है। एक मुँह हटाता तो दूसरा भी हटा लेता था। कभी-कभी अड़ियल बैल भी देखने में आता है।