भारत का प्रत्येक भौगोलिक क्षेत्र दूसरों का पूरक है और देश को अपने प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध बनाता है'। इस कथन को पाँच उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए।
(i) पर्वत: उत्तरी पर्वत भारत को लगातार नदियाँ देते हैं जिन्होंने जलोढ़ मिट्टी जमा करके उत्तरी मैदान बनाने की प्रक्रिया में बहुत योगदान दिया है। हिमाचल और उत्तराखंड क्षेत्र में विभिन्न खूबसूरत हिल स्टेशन स्थित हैं। ये उत्तरी पहाड़ पानी के प्रमुख स्रोतों और समृद्ध जंगलों के लिए भी जाने जाते हैं। (ii) उत्तरी मैदान: ये उत्तरी मैदान महान कृषि उत्पादकता और पूरे देश द्वारा उपयोग की जाने वाली गेहूं जैसी खाद्य फसलों के लिए अत्यधिक जिम्मेदार हैं। (iii) प्रायद्वीपीय पठार: यह क्षेत्र खनिजों की संरचना है जो बहुत सारी निर्माण इकाइयों और उद्योगों को कच्चा माल प्रदान करता है जो आर्थिक विकास में मदद करते हैं। ये खनिज अन्य देशों को किए गए निर्यात में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। (iv) तटीय क्षेत्र: देश के तटीय भागों में पश्चिमी और पूर्वी घाटों से बड़ी शांति और प्रकृति है, जो पर्यटन क्षेत्र में बहुत योगदान देता है। (v) बंदरगाह क्षेत्र: इन क्षेत्रों को मत्स्य पालन और अन्य उत्पादों के निर्यात के लिए महान व्यापार आदान-प्रदान के लिए जाना जाता है। इसलिए, देश की ये विविध विशेषताएं इसे आर्थिक विकास के लिए जिम्मेदार बनाती हैं।