मानसून के दौरान भारी बाढ़ कैसे आती है?
जब धुरी हिमालय के पास जाती है तो मैदानी इलाकों में लंबे समय तक शुष्क मौसम होता है, लेकिन हिमालयी नदियों के पहाड़ी जलग्रहण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होती है। ये भारी बारिश अपने साथ विनाशकारी बाढ़ लेकर आती है जिससे मैदानी इलाकों में जान-माल का नुकसान होता है। उष्णकटिबंधीय अवसादों की नियमितता और प्रबलता भी मानसूनी वर्षा की मात्रा और अवधि को निर्धारित करती है। अंतिम उत्तर जब धुरी हिमालय के पास जाती है तो मैदानी इलाकों में लंबे समय तक शुष्क मौसम होता है, लेकिन हिमालयी नदियों के पहाड़ी जलग्रहण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होती है। यह भारी बारिश विनाशकारी बाढ़ लाती है जिससे जान-माल का नुकसान होता है।