18वीं सदी में यूरोप का समाज एस्टेट और __________ में बंटा हुआ था।
18वीं शताब्दी के यूरोप को विभिन्न क्रांतियों, परिवर्तनों और आंदोलनों के कारण लोकप्रिय रूप से प्रबुद्धता के युग के रूप में जाना जाता था, जिसने लोगों के बीच व्यक्तिवाद और राष्ट्रवाद का प्रचार किया। व्याख्या 18वीं सदी के यूरोप ने समाज के उसी मॉडल का इस्तेमाल किया जो मध्यकालीन यूरोप में चर्च को दी गई शक्ति के संकेन्द्रण के साथ इस्तेमाल किया गया था। सम्पदा मध्ययुगीन काल से ईसाई यूरोप में उपयोग किए जाने वाले सामाजिक पदानुक्रम के व्यापक आदेश थे। यह व्यवस्था 18वीं सदी तक चलती रही लेकिन फ्रांस की क्रांति के बाद यह बंद हो गई। चर्च द्वारा आदेश लिखे गए थे। यह चर्च और सरकार थी, जिनकी देश के समाज और अर्थव्यवस्था पर पकड़ थी।