user image

SATYAM SINGH

Nda & Airforce
General Awareness
2 years ago

सल्लेखन‘ सम्बन्धित है ? वैदिक धर्म से बौद्ध धर्म से जैन धर्म से शाक्त धर्म से

user image

SUNDARAM SINGH

2 years ago

सल्लेखना (समाधि या सथारां) मृत्यु को निकट जानकर अपनाये जाने वाली एक जैन प्रथा है। इसमें जब व्यक्ति को लगता है कि वह मौत के करीब है तो वह खुद खाना-पीना त्याग देता है। दिगम्बर जैन शास्त्र अनुसार समाधि या सल्लेखना कहा जाता है, इसे ही श्वेतांबर साधना पध्दती में संथारा कहा जाता है।

Recent Doubts

Close [x]