देशी राज्य प्रजा परिषद् का पहला अधिवेशन कब हुआ था? 1926 1927 1928 1930
दिसंबर, सन् 1927 में बंबई में इसका प्रथम अधिवेशन समायोजित किया गया। सन् 1927 के बाद देशी राज्यों में भी इसकी शाखाएं स्थापित की गई और इसकी राजस्थान शाखा का मंत्री उस समय जयनारायण को बनाया गया था। अखिल भारतीय राज्य प्रजा परिषद का मुख्य लक्ष्य राज्यों में शासकों के तत्वावधान में उत्तरदायी शासन की स्थापना करना था। इसने मौलिक अधिकारों और राज्यों की जनता के लिए एक स्वतंत्र न्यायालय की स्थापना की मांग भी उठाई। राजस्थान के विविध राज्यों से निम्नांकित महानुभावों को इसकी कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया था- नेनूराम (कोटा), शंकर लाल शर्मा (अजमेर), जयनारायण व्यास तथा कन्हैयालाल कलयंत्री (जोधपुर), रामदेव पोद्दार तथा बालकिशन पोद्दार (बीकानेर), त्रिलोकचंद माथुर (करौली)। विजय सिंह पथिक को इसका उपाध्यक्ष तथा रामनारायण चौधरी को राजस्थान एवं मध्य भारत के लिए प्रांतीय सचिव बनाया गया था। इस प्रकार राज्यों की समस्याओं को उठाने के लिए एक अखिल भारतीय मंच तैयार हो गया, जिसमें बीकानेर राज्य को भी प्रतिनिधित्व मिला। (लगातार)