चौथ और सरदेश मुखी मे कया अंतर है
चौथ एक कर था जो उन ज़मीनों पर लगाया जाता था जिन पर मराठा वंशानुगत अधिकार का दावा करते थे। सरदेशमुखी भूमि राजस्व का एक रूप था जिसे मराठा आक्रमण से बचने के लिए उन्हें भुगतान किया जाता था।
चौथ कर मराठों द्वारा दूसरे शासकों से लिए जाने वाला सुरक्षा कर था, जिसके एवज में वह अन्य शासकों को किसी तीसरे से सुरक्षा का भरोसा प्रदान करते थे। ये कर कुल आय का एक चौथाई होता था। सरदेशमुखी कर मराठा क्षेत्र के शासकों से लिए जाने वाला कर था।