हिन्दुओं के कुल कितने पुराण है?
18
अठारह पुराणों में अलग-अलग देवी-देवताओं को केन्द्र मानकर पाप और पुण्य, धर्म और अधर्म, कर्म और अकर्म की गाथाएँ कही गयी हैं। कुछ पुराणों में सृष्टि के आरम्भ से अन्त तक का विवरण दिया गया है। 'पुराण' का शाब्दिक अर्थ है, 'प्राचीन' या 'पुराना'।
18
18
परंपरागत रूप से 18 पुराण हैं, लेकिन 18 की कई अलग-अलग सूचियां हैं, साथ ही 18 से अधिक या कम की कुछ सूचियां भी हैं। सबसे पहले पुराण 350 और 750 सीई के बीच रचित हैं, ब्रह्माण्ड, देवी, कूर्म, मार्कंडेय, मत्स्य, वामन, वराह, वायु और विष्णु।
18 puran hai
अठारह
18
18
ॠग्वेद
18 puran
hindu dharm me granth hai kuran sayad tk eslam dharm me hota hota hai