मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग ख़ान , जो अपने तख़ल्लुस ग़ालिब से जाने जाते हैं, उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के एक महान शायर थे।गालिब को फारसी की अच्छीे समझ भी इसलिए ही थी। पहले गालिब फारसी में ही अपने शेर कहते थे। इसके अलावा उनका पहले तखल्लुस भी असद हुआ करता था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे बदलकर गालिब रख लिया था। कभी पेंशन तो कभी वजीफा तो कभी किसी दूसरे काम के लिए उन्हें आगरा से लेकर कोलकाता तक कई यात्राएं की।
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अब्दुल फैसल अहमद
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Asadullah Khan
असदुल्लाह खान
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असदुल्लाह खान