सांची का महान मुख्य स्तूप, मूलतः सम्राट अशोक महान ने तीसरी शती, ई. पू. में बनवाया था।सांची, जिसे प्राचीन समय में काकणाव तथा बोटा श्री पर्वत के नाम से जाना जाता था, मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है. यह ऐतिहासिक तथा पुरातात्विक महत्व वाला एक धार्मिक स्थान है.भगवान बुद्ध के इन दोनों शिष्यों की अस्थि धातु सांची स्तूप स्थित चैतिया गिरी में रखी हुई है। इन्हें हर साल नवंबर के आखिरी रविवार को श्रृद्धालुओं के दर्शनार्थ निकाला जाता है। महाबोधि सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रमोहन पाटिल ने बताया कि इस स्तूप की दो चाबियां हैं। एक कलेक्टर और दूसरी महाबोधि सोसायटी के पास रहती है।