मोहम्मद गौरी का अंतिम भारतीय अभियान(1205) मोहम्मद गौरी का अंतिम भारतीय अभियान पंजाब के खोखर जातियों के विरुद्ध था मोहम्मद गौरी की मृत्यु की अफवाह का प्रभाव भारत पर भी पड़ा पंजाब के खोखर जाति के दो सरदारों बकन और सर्का ने समस्त प्रदेश में विप्लव आरंभ कर दिया और Lahore पर अधिकार करने की योजना बनाई उन्होने लाहौर और गजनी के बीच संचार काट दिए इस कारण 1205 ईस्वी में मोहम्मद गौरी पुन:भारत आया झेलम और चिनाब नदी के बीच खोखरो में उसका मुकाबला हुआ खोखर वीरता से लड़े लेकिन पराजित हुए और उनका दमन हुआ खोखरो के दमन के बाद मोहम्मद गोरी लाहौर पहुंचा वहां व्यवस्था स्थापित कर कुतुबुद्दीन ऐबक को दिल्ली जाने की अनुमति दे कर वह गजनी के लिए रवाना हुआ