सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ किसकी रचना है ?
सत्य के साथ मेरे प्रयोग मोहनदास के गांधी की आत्मकथा है, जो उनके बचपन से लेकर शुरुआती स्वतंत्रता संग्राम तक के जीवन पर आधारित है। यह मूल रूप से गुजराती भाषा में लिखी गयी थी और 1925 से 1929 तक उनकी पत्रिका नवजीवन में साप्ताहिक किश्तों में प्रकाशित हुई थी। इसका अंग्रेजी अनुवाद उनकी अन्य पत्रिका यंग इंडिया में भी किश्तों में नजर आई। इसका अनुवाद महादेव देसाई द्वारा किया गया था। 1888 में गांधी लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज में कानून की पढ़ाई करने के लिए लंदन गए, जो लंदन विश्वविद्यालय का एक घटक कॉलेज है। इसके बाद, वह 1893 में दक्षिण अफ्रीका चले गए और 21 वर्ष तक वहां रहे। वहां उन्होंने अफ्रीकी लोगों के अधिकारों के लिए कार्य किया।