नार्वे में अर्धरात्रि के समय सूर्य कब दिखाई देता है
21 जून व 22 दिसंबर ऐसी दो तिथियां हैं जिनमें सूर्य का प्रकाश वृत्त पृथ्वी की धुरी के झुकाव के कारण पृथ्वी के सभी स्थानों को समान भागों में नहीं बांटता है। इसलिए दिन और रात की अवधि में अंतर आता है। उत्तरी गोलार्द्ध में मध्य-रात्रि अर्थात रात को 12 बजे भी सूर्य दिखाई देने की घटना का संबंध 21 जून वाली स्थिति से है।
21 जून व 22 दिसंबर ऐसी दो तिथियां हैं जिनमें सूर्य का प्रकाश वृत्त पृथ्वी की धुरी के झुकाव के कारण पृथ्वी के सभी स्थानों को समान भागों में नहीं बांटता है। इसलिए दिन और रात की अवधि में अंतर आता है। उत्तरी गोलार्द्ध में मध्य-रात्रि अर्थात रात को 12 बजे भी सूर्य दिखाई देने की घटना का संबंध 21 जून वाली स्थिति से है।
21 जून व 22 दिसंबर ऐसी दो तिथियां हैं जिनमें सूर्य का प्रकाश वृत्त पृथ्वी की धुरी के झुकाव के कारण पृथ्वी के सभी स्थानों को समान भागों में नहीं बांटता है। इसलिए दिन और रात की अवधि में अंतर आता है। उत्तरी गोलार्द्ध में मध्य-रात्रि अर्थात रात को 12 बजे भी सूर्य दिखाई देने की घटना का संबंध 21 जून वाली स्थिति से है।