रामानुज के अनुयायियों को कहा जाता है A.शैव B.वैष्णव C.अद्वैतवाद D.अवधूत
रामानुज सगुण ईश्वर के उपासक तथा प्रसिद्ध वैष्णव आचार्य थे। दक्षिण भारत में वैष्णव धर्म के प्रचार-प्रसार में रामानुज की महत्वपूर्ण भूमिका है। रामानुज, वल्लभाचार्य एवं चैतन्य ने धर्म के भक्ति पक्ष को अधिक महत्व दिया है। रामानुज ने शंकराचार्य के अद्वैतवाद के विरोध में कुछ उपनिषद ग्रंथों के आधार पर 'विशिष्टाद्यैतवाद' सिद्धांत का प्रतिपादन किया दर्शन — प्रतिपादक अद्वैतवाद — शंकराचार्य विशिष्टाद्वैतवाद — रामानुज द्वैताद्वैतवाद — निम्बार्क द्वैतवाद — मध्वाचार्य..