दक्षिण भारत का वह संत कौन था जिसने अपना अधिकांश जीवन उत्तर भारत में वृन्दावन में बिताया? A.रामानुजाचार्य B.निम्बार्क आचार्य C.मध्वाचार्य D.विष्णु स्वामी
निंबार्काचार्य,निम्बार्क सम्प्रदाय, बैरागियों के चार सम्प्रदायों में अत्यन्त प्राचीन सम्प्रदाय है। इस सम्प्रदाय को हंस सम्प्रदाय, कुमार सम्प्रदाय और सनकादि सम्प्रदाय भी कहते हैं। इस सम्प्रदाय का सिद्धान्त द्वैताद्वैतवाद कहलाता है। इसी को भेदाभेदवाद भी कहा जाता है। मथुरा में स्थित ध्रुव टीले पर निम्बार्क सम्प्रदाय का प्राचीन मन्दिर बताया जाता है।