कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं?
एक अकेली कोशिका एक संपूर्ण जीव को बना सकती है। प्रत्येक कोशिका की अपनी एक संरचना होती है। कोशिका की रचना अनेक कोशिकाओं से होती है। कोशिकाओं की आकृति और आकार उनके विशेष कार्यों के अनुरूप होते हैं। कोशिका के कोशिका द्रव में विशिष्ट घटक होते हैं, जिन्हें कोशिकांग कहते हैं। कोशिका अंगों के कारण कोई कोशिका जीवित रहती है और अपने समस्त कार्य करती है। कोशिकांग तथा झिल्ली के द्वारा विशेष कार्य जैसे - शोषण, पोषण ,जनन, वृद्धि आदि। कोशिकांग अपशिष्ट पदार्थों का उत्सर्जन अथवा नई प्रोटीन का बनाना आदि संभव हो पाते हैं। कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई इसलिए कहते हैं क्योंकि एक अकेली कोशिका एक संपूर्ण जीव को बना सकती है। प्रत्येक कोशिका की अपनी एक संरचना होती है।कोशिका के कोशिका द्रव में विशिष्ट घटक होते हैं, जिन्हें कोशिकांग कहते हैं। कोशिका अंगों के कारण कोई कोशिका जीवित रहती है और अपने समस्त कार्य करती है।