हम जीवधारियों का वर्गीकरण क्यों करते हैं?
जीवों की विविधता का प्रभावी ढंग से अध्ययन करने के लिए, हमें विभिन्न प्रकार के जीवों को व्यवस्थित या व्यवस्थित तरीके से व्यवस्थित करना होगा। इस प्रकार सजीवों को उनकी समानता और असमानता के आधार पर वर्गों, उपवर्गों और समूहों में विभाजित करना वर्गीकरण कहलाता है। जैव-विकास वर्गीकरण प्रणाली को बार-बार बदलने का मुख्य कारण है। जीवित जीवों में निरंतर विकास प्रक्रिया के कारण, पौधों और जानवरों की नई विभिन्न प्रजातियां पहले से मौजूद जैव-विविधता में जुड़ जाती हैं। इन नए जीवों की पहचान की जाती है और वर्गीकरण प्रणाली से जुड़े होते हैं। यह विभिन्न प्रकार के जीवों के अध्ययन को सरल करता है।यह सभी जीवित प्राणियों की एक बहुत ही स्पष्ट तस्वीर प्रदान करता है।