रूस के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हालात 1905 से पहले कैसे थे?
1905 से पहले समाज संरचना श्रम के विभाजन पर आधारित थी और सामंतवाद ने ध्वज पर शासन किया था। अधिकांश लोग कृषक थे.. सामाजिक और आर्थिक शक्ति चर्च द्वारा नियंत्रित थी. तब अधिकांश लोगों को व्यक्तिगत अधिकारों मे परिवर्तन की आवश्यकता थी और इन विचारों के कारण उदारवादी, कट्टरपंथी और रूढ़िवादीयो का गठन हुआ. उदारवादी एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र चाहते थे और वंशवाद जैसी अनियंत्रित शक्तियो का विरोध भी करते थे. कट्टरपंथी एक लोकतांत्रिक राष्ट्र चाहते थे और उन्होंने जमींदारों और कारखाने के मालिकों के विशेषाधिकार का विरोध किया.. परंपरावादियों ने क्रांति के बाद से उदारवाद और कट्टरपंथी दोनों का विरोध किया और उन्होंने परिवर्तन को स्वीकार किया.. इस दौरान औद्योगिक क्रांति ने पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को कम मजदूरी के साथ लंबे समय तक काम करने के लिए कारखानों में स्थानांतरित कर दिया. उदारवादियों और कट्टरपंथियों के हस्तक्षेप ने व्यक्तिगत उद्योगपतियों के विशेषाधिकारों का विरोध किया. वे राजशाही को बंद करने के लिए मिलकर काम करते थे. समाजवाद ने निजीकरण का विरोध किया और सार्वजनिक संपत्ति का समर्थन किया(फ्रांस, लुइस, ब्लांस) पूंजीपतियों के बजाय सहकारी समितियों के सिद्धांत को प्रोत्साहित किया. बेहतर परिस्थितियों के लिए श्रमिकों द्वारा संघों का गठन किया गया और उनकी मांगों को प्रस्तुत किया गया. इससे राजनीतिक दलों का गठन होता है.(उदा: सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी, लेबर पार्टी, सोश्यलिस्ट पार्टी)