संघ को संचालित करने वाले किन्हीं दो सिद्धांतों के नाम लिखिए।
संघ को संचालित करने वाले दो सिद्धांत इसकी सदस्यता और इसकी दस आज्ञाएँ थे। इस संघ के सदस्यों को भिक्षु और भिक्षुणी कहा जाता था। व्यक्ति केवल 15 वर्ष की आयु में या 15 वर्ष की आयु के बाद ही इस संघ में शामिल हो सकता था और उसे इस दुनिया को त्यागने की आवश्यकता थी। दस आज्ञाओं में दस नियम या परमिता शामिल थे जिनका पालन संघ के प्रत्येक सदस्य द्वारा किया जाना था। संघ की सदस्यता और दस आज्ञाओं ने इसे एक बहुत ही अनुशासित संस्था बना दिया। प्रत्येक भिक्षु एक नन को संघ में रहने के लिए दस आज्ञाओं के प्रत्येक नियम का पालन करना आवश्यक था और इस संघ में खुद को स्वीकार करने से पहले शपथ लेने की आवश्यकता थी और उन्हें 10 साल तक प्रशिक्षित किया गया था।