ब्रिटिश सरकार का वह गवर्नर जनरल कौन था जिसने भारत में डाक टिकट शुरू किए थे?
प्रीपेड डाक की नई प्रणाली तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी के शासनकाल में प्रारंभ की गई थी। प्रीपेड डाक की नई प्रणाली ने पूरे देश में कुशलता से मेल भेजने के लिए "कम और एक समान" दरों की शुरुआत की। जिन पत्रों का वजन 1/4 तोला से अधिक नहीं था उन्हें देश में कहीं भी 1/2 आना की मूल दर पर भेजा जा सकता था। प्रीपेड डाक की नई प्रणाली ने भारत में काफी हद तक मेल सेवाओं को बदल दिया। ध्यान दीजिए: वारेन हेस्टिंग्स (1773-1784 में ब्रिटिश भारत के गवर्नर-जनरल) ने मार्च 1774 में जनता के लिए डाक खोले।