शरीर के आकार में बृद्धि होती है, क्योंकि- (a) शारीरिक और गत्यात्मक विकास (b) संवेगात्मक विकास (c) संज्ञानात्मक विकास (d) नैतिक विकास
शारीरिक वृद्धि का महत्त्वपूर्ण लक्षण है शिशु के सम्पूर्ण शारीरक आकार में परिवर्तन। शैशवावस्था में यह परिवर्तन तीव्र गति से होता है। एक वर्ष की आयु के शिशु की लम्बाई में 50% की वृद्धि होती है, तथा दुसरे वर्ष 75% की। इसी संरूप से शरीरिक भार में भी वृद्धि होती