what is bahubrihi samas
इस समास में कोई भी पद प्रधान न होकर अन्य पद प्रधान होता है विग्रह करने पर नया शब्द निकलता है पहला पद विशेषण नहीं होता है विग्रह करने पर समूह का बोध भी नहीं होता है Short: बहुव्रीहि समास के अंतर्गत शब्द का विग्रह करने पर नया शब्द बनता है या नया नाम सामने आता है Bahuvrihi Samas Examples Trinetra (त्रिनेत्र) - भगवान शिव Veenapani (वीणापाणी) - सरस्वती Shwetambar (श्वेताम्बर) - सरस्वती