किस उपग्रह को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है?
चंद्रमा को ‘जीवाश्म ग्रह’ (fossil planet) भी कहा जाता है. इसका कारण है कि चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है. नतीजतन, वहाँ न हवा है, न पानी है और न ही मौसम. (चंद्रमा के साउथ पोल में बर्फ़ की मौजूदगी है.) हवा-पानी के प्रभाव के बिना चंद्रमा पर अपक्षरण (erosion) नहीं होता. चंद्रमा पर ज्वालामुखी अवश्य हैं. लेकिन वे लाखों वर्षों से सुप्त पड़े हैं. इस तरह चंद्रमा पर कोई ज्वालामुखीय गतिविधियाँ (volcanic activity) भी नहीं होती, जो वहाँ की सतह की आकृति में कोई परिवर्तन कर सके. चंद्रमा की सतह पर जो गड्ढे हैं, वो वहाँ अरबों वर्ष पूर्व हुई उल्कापिंडों की बमबारी के कारण है. वर्तमान में चंद्रमा एक शांत उपग्रह है. कोई अपक्षरण नहीं होने के कारण चंद्रमा में जो चीज़ जैसी है, उसी अवस्था में सैकड़ों हजारों वर्षों तक रहती है. चूंकि चंद्रमा पर हर वस्तु जीवाश्म की तरह लंबे समय तक उसी अवस्था में रहती है. इसलिए उसे जीवाश्म ग्रह (fossil planet) कहा जाता है.
चंद्रमा को ‘जीवाश्म ग्रह’ (fossil planet) भी कहा जाता है.
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