sir is questions ka ans baata digiya please
यह एक प्रकार की मैत्री संधि थी, जिसका प्रयोग 1798-1805 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे लॉर्ड वेलेजली ने भारत के देशी राज्यों से संबंध स्थापित करने के लिए किया था। सहायक संधि अंग्रेजों की साम्राज्यवादी नीति पर आधारित थी। इस संधि के प्रयोग से भारत में अंग्रेजी सत्ता की श्रेष्ठता स्थापित हो गयी।
mansi जी आप इसको पढ़ लीजिये । आपको समझ मे आ जाएगा।
sahayak sandi ko asan bhasa me samj lo bas, ye sandi jarnal vale jali dawara chalai gai ek wawasta thi, jo is sandi ko apnata tha uss ko agrejo ke dowara kariya karna padta tha