रासायनिक बंधन Chemistry Science Chemical Bonding

Safalta Experts Published by: Anonymous User Updated Wed, 01 Sep 2021 01:48 PM IST

Source: Research Outreach

रासायनिक बन्धन (Chemical Bonding)

1) रासायनिक बन्धन (Chemical Bonding) - 
किसी अणु में उपस्थित अवयवी परमाणुओं को परस्कर बाँधकर अणु की विशेष ज्यामितीय आकार में रखनें वाले बल को रासायनिक बन्धन कहते हैं।

2) संयोजकता(Valency) - तत्त्वों के परमाणुओं के परस्पर संयोजन करने की क्षमता को ही संयोजकता कहते हैं । किसी तत्त्व की संयोजकता उनकी अन्य तत्त्वों से संयोग करने की क्षमता है और वह हाइड्रोजन के परमाणुओं की उस संख्या से व्यक्त की जाती है जो उस तत्त्व के एक परमाणु से संयोग करती हैं।

3) संयोजकता का इलेक्ट्राॅनिक सिद्धान्त (Electronic Concept Of Valency) - 1916 में काॅसेल ने अकार्बनिक यौगिक और लुईस ने कार्बनिक यौगिकों में रासायनिक बन्धों की प्रकृति की व्याख्या के लिए संयोजकता का एक सिद्धान्त प्रस्तुत किया जो तत्त्वों के इलेक्ट्राॅन विन्यास पर आधारित है।
इस सिद्धान्त को संयोजकता का इलेक्ट्राॅनिक सिद्धान्त या अष्टक नियम कहते हैं।

4) प्रकृति में पाये जाने वाले अक्रिय गैसों की संख्या 6 है।

5) आठ इलेक्ट्राॅनों के समूह को अष्टक (Octet) कहते हैं।

6) जिन तत्त्वों के बाहृा कोश में 8 इलेक्ट्राॅन होते हैं वे रासायनिक रूप में अक्रिय होते हैं , क्योंकि आठ इलेक्ट्राॅन विन्यास अर्थात अष्टक विन्यास एक स्थायी व्यवस्था होती है।

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