1) वातावरण के साथ समायोजन की योग्यता ( Ability to Adjust with Environment) : इस वर्ग की परिभाषा में व्यक्ति की अपने वातावरण के साथ समायोजन की योग्यता को महता दी गई है । जो व्यक्ति बुद्धिमान है उसे समायोजन करने में कठिनाई नहीं होती हैं। वह व्यवहार में लचीलापन लिए हुए होता है। व्यक्ति का जिस अनुपात में अपनी परिस्थितियों व जीवन की समस्याओं से समायोजन होता है वह उसकी बुद्धि के स्तर को प्रकट करता है। वातावरण के साथ समायोजन की योग्यता संबंधी बुद्धि की परिभाषाएं निम्नांकित है - साथ ही अगर आप भी इस पात्रता परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं और इसमें सफल होकर शिक्षक बनने के अपने सपने को साकार करना चाहते हैं, तो आपको तुरंत इसकी बेहतर तैयारी के लिए सफलता द्वारा चलाए जा रहे CTET टीचिंग चैंपियन बैच- Join Now से जुड़ जाना चाहिए।
स्टर्न के अनुसार नवीन आवश्यकताओ में अपने विचारों को चेतन्यपूर्वक समायोजन करने की व्यक्ति की साधारण क्षमता ही बुद्धि है।
बर्ट के अनुसार बुद्धि अपेक्षाकृत नवीन परिस्तिथियो में अभियोजित करने की योग्यता है।
क्रूज के अनुसार बुद्धि नवीन एवं विभिन्न परिस्थितियों में अच्छी तरह से अभियोजित करने की योग्यता है।
Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करें | General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें |
2) सीखने की योग्यता (Ability to Learn) : इस वर्ग की परिभाषाओं में व्यक्ति की सीखने की योग्यता पर बल दिया गया है।

Source: 7wData
अर्थात सीखने की योग्यता किसी व्यक्ति की बुद्धि का संकेतक है।बंकिघम के अनुसार - बुद्धि सीखने की योग्यता है।
मैक्डूगल के अनुसार - बुद्धि वह शक्ति है जिसके अतीत के अनुभवों के प्रकाश में जन्मजात प्रवृति में सुधार किया जा सकता है।
3) अमूर्त चिंतन की योग्यता (Ability to think Abstractly) : इस वर्ग की परिभाषा में समस्या समाधान करने व विभिन्न परिस्थितियों में प्रभावी रूप से संकेतों, चिन्हों व प्रतिको का प्रयोग करने की योग्यता पर बल दिया गया है। विभिन्न समस्याओं के समाधान में शाब्दिक व संख्यात्मक प्रतीकों का प्रयोग ही बुद्धि है।
टरमन के अनुसार - एक व्यक्ति उसी अनुपात में बुद्धिमान है, जिस अनुपात में वह अमूर्त चिंतन करने योग्य है।
बिने के अनुसार - किसी समस्या के समाधान , उसके विषय में तर्क करना तथा किसी निश्चित निर्णय पर पहुंचना बुद्धि की आवश्यकता क्रियाएं हैं।
फ्रीडमैन के अनुसार वास्तव में बुद्धि के तीन स्वरूपों के बीच कोई विशेष अंतर नहीं है, क्यों कि इन तीनों के बीच घनिष्ठ संबंध माना जाता है।