किन कैंडिडेट्स को किया जाता है प्रेफर
क्लाउड कंप्यूटिंग के फील्ड में इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स को काफी आसानी से जॉब मिल जाती है. अब क्योंकि काम पूरी तरह टेक्नोलॉजी और इन्टरनेट से सम्बंधित है तो क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में जॉब के लिए आईटी और कंप्यूटर बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट्स को थोड़ी प्रेफरेंस दी जाती है साथ हीं उन्हें बेहतरीन सैलरी पैकेज भी ऑफर किए जाते हैं.
क्यों है क्लाउड कंप्यूटिंग की जरुरत
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आजकल कंप्यूटर और मोबाइल यूजर्स की संख्या दिनों दिन बढ़ती हीं जा रही है. जाहिर सी बात है कि यूजर्स बढ़ेंगे तो उसके साथ ही डेटा भी बढ़ेगा और डेटा की मात्रा बढ़ेगी तो डेटा को स्टोर करने की क्षमता को बढ़ाना भी आवश्यक हो जायेगा. क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में काम करने वाले लोग यही काम करते हैं. यानि कि डेटा स्टोर करने के लिए पड़ रही जगह की कमी को पूरा करते हैं. ये आईटी फील्ड एक्सपर्ट्स होते हैं और जेनेरली किसी भी कंपनी के क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम की देखभाल करते हैं.How to Build a Career in Cloud Computing क्लाउड कंप्यूटिंग में करियर कैसे बनाएँ जानें यहाँ
कितनी मिलती है सैलरी
फिलहाल भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में काम करने वाले एक प्रोफेशनल को औसतन 12 से 15 लाख रुपये प्रति वर्ष की सैलरी मिलती है. इस फील्ड में करियर की शुरुआत में यानि कि एंट्री लेवल पर ज्वाइन करने वाले को कम से कम 7 से 10 लाख रुपये प्रति वर्ष का सैलरी पैकेज ऑफर किया जाता है. जैसा कि हर फील्ड में होता है वैसे हीं क्लाउड कंप्यूटिंग के फील्ड में भी कुछ वर्षों का वर्क-एक्सपीरियंस हो जाने के बाद सैलरी और बढ़ने लगती है. अगर आप किसी एमएनसी यानि कि मल्टी-नेशनल कंपनी को ज्वाइन करते हैं तो सीनियर लेवल पर आपको 50 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक का सैलरी पैकेज ऑफर किया जाता है.How to Build a Career in Cloud Computing क्लाउड कंप्यूटिंग में करियर कैसे बनाएँ जानें यहाँ