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सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन क्या है ?
जब आप बेहतर रिजल्ट्स पाने के लिए अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स या पूरी की पूरी सोशल मीडिया स्ट्रेटेजी में हीं कुछ बदलाव लाते हैं यानि कि इन्हें इम्प्रूव करते हैं तो इसी को सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन कहा जाता है. सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन का कोर आईडिया हीं है कि आपके ब्राण्ड की डिजिटल स्ट्रेटेजी को एक्स्पंद करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाए. एसएमओ (SMO) यानि कि सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन से हीं एक काफी मिलता-जुलता हुआ टर्म है एसईओ (SEO) यानि कि सर्च इंजन ऑप्टिमाईजेशन. आप एसएमओ को समझने के लिए एसईओ के कॉन्सेप्ट पर ध्यान दीजिए. जैसे एसईओ यानि कि सर्च इंजन ऑप्टिमाईजेशन का इस्तेमाल करके हम यह इनश्योर करते हैं कि सर्च इंजन के रिजल्ट्स पेज में ऑडियंस को आपकी वेबसाइट बाकी वेबसाइट्स के मुकाबले पहले (यानि कि टॉप रिजल्ट्स में) हीं नज़र आ जाए ठीक उसी तरह एसएमओ का इस्तेमाल करके हम यह इनश्योर करते हैं कि सोशल मीडिया वेबसाइट पर आपके बिज़नेस से सम्बन्धित जानकारी आपके टार्गेटेड ऑडियंस तक पहुँचे.
कैसे करें सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन
सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन करने के लिए आपको कुछ आसन से स्टेप्स को फौलो करना होगा. हालांकि यह एक टाइम-टेकिंग प्रोसेस है लेकिन है बहुत हीं फायदेमंद. 1. सबसे पहले तो एक कम्पलीट प्लान बनाएँ
कि
आपको कैसा कंटेंट पब्लिश करना है ?
आपका ऑब्जेक्टिव क्या है ?
आप कौन से सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करेंगे ?
कंटेंट पब्लिश करने की टाइमिंग क्या होगी ? इत्यादि
2. अपना एक सोशल मीडिया प्रोफाइल क्रिएट करें.
आप कोई भी प्लेटफार्म चुन सकते हैं -
ट्विटर
इंस्टाग्राम
फेसबुक
पिंटेरेस्ट
लिंक्डइन इत्यादि
3. अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल को अच्छी तरह ऑप्टिमाईज करें
अपनी प्रोफाइल को ऑप्टिमाईज करने के लिए आपको इन चीज़ों पर ध्यान देना है -
आपकी प्रोफाइल फोटो, कवर फोटो, बिज़नेस लोगो, बिज़नेस वेबसाइट और एक अट्रैक्टिव बायो या समरी
4. कंसिस्टेंसी बनाए रखें
अपने अकाउंट से नियमित रूप से पोस्ट्स डालें. नियमित पोस्ट्स करने का ये मतलब नहीं है कि कुछ भी पोस्ट करें. ध्यान दें कि आप जो भी कंटेंट पब्लिश कर रहे हैं वो आपके बिज़नेस से हीं सम्बन्धित हो और कस्टमर्स के लिए कुछ वैल्यू क्रिएट करता हो.
5. हैशटैग का इस्तेमाल जरूर करें
आपको अपने कंटेंट के साथ हैशटैग का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. अगर आप अपने कंटेंट के साथ ट्रेंडिंग हैशटैग्स का उपयोग करते हैं तो ये निश्चित है कि आपके पोस्ट की रीच बढ़ेगी.
6. एनालिसिस और इम्प्रोवाईजेशन
अपने प्रोफाइल से पब्लिशड कंटेंट की एनालिसिस अवश्य करें. इससे आपको पता चलेगा कि आपके बिज़नेस/ब्राण्ड/प्रोडक्ट/सर्विस को कैसा रेस्पोंस मिल रहा है. अगर कहीं कुछ कमी लगती है तो उसको नोट करें और आगे उसे सुधारें.
सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन के फायदे
- जब आप सोशल मीडिया पर कंसिस्टेंटली कंटेंट पब्लिश करते हैं तो ऑडियंस के बीच आपके ब्राण्ड की अवेयरनेस बढ़ने लगती है. जितनी ज्यादा अवेयरनेस होगी उतना हीं ज्यादा लोग आपके ब्राण्ड को जानेंगे.
- एसएमओ (SMO) का उपयोग करके आप अलग-अलग प्रकार के मार्केटिंग ऑब्जेक्टिव्स को भी पूरा कर सकते हैं जैसे कि प्रोडक्ट की सेल बढ़ाना, लीड जनरेशन इत्यादि.
- एसएमओ (SMO) के लिए आपको किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता यानि कि यह बिलकुल फ्री है.
- एसएमओ (SMO) का प्रयोग करके आप अपने वेबसाइट पर ट्रैफिक को बढा सकते हैं.
- सोशल मीडिया ऑप्टिमाईजेशन द्वारा आप बड़े आराम से यह पता कर सकते हैं कि आपके कस्टमर आपके प्रोडक्ट को पसंद कर भी रहे हैं या नहीं.
- SMO के प्रयोग से आप अपने कस्टमर्स से सीधे कनेक्ट हो सकते हैं, उनसे बात कर सकते हैं और उनकी परेशानियों को सुन, समझ कर उनका निवारण भी कर सकते हैं.