September Month Current Affairs Magazine- DOWNLOAD NOW |
सोशल एंटरप्रेन्योर किसे कहते हैं
सीधे सीधे कहें तो सामाजिक उद्यमिता का कार्य करने वाले व्यक्ति को सामाजिक उद्यमि या सोशल एंटरप्रेन्योर कहा जाता है. अधिकांशतः सोशल एंटरप्रेन्योर व्यक्ति किसी एक आर्गेनाइजेशन या किसी सामाजिक ग्रुप का हिस्सा बनकर लोगों की भलाई का काम करते हैं, उनकी समस्याओं का हल निकालते हैं और उनकी सेवा करते हैं. सोशल एंटरप्रेन्योरशिप का काम करने वाले व्यक्ति या आर्गेनाइजेशन एक अलहदा और नए तरीके से सोशल वेल्थ के लिए फण्ड, साधन और अवसरों को बढ़ाने या विकसित करने के लिए काम करते हैं. वे लोगों को उनकी अपनी नजरों में समाज के किसी एक या अधिक समस्या को लेकर उसका विवरण और पहचान करवाते हैं जिसके बाद वे सोशल एंटरप्रेन्योरशिप या सामाजिक उद्यमिता का सहारा लेते हुए और उसके सिद्धांतों पर चलते हुए समाज में कुछ ऐसे परिवर्तन करते हैं जिससे कि काफी आसानी से उस सामाजिक समस्या का हल निकल आए.
बिजनस एंटरप्रेन्योरशिप और सोशल एंटरप्रेन्योरशिप में फर्क
एक बिजनस एंटरप्रेन्योरशिप या व्यापारिक उद्यमिता के उलट सोशल एंटरप्रेन्योरशिप में धनराशि या रकम के आधार पर आर्गेनाइजेशन का लाभ या हानि तय नहीं किया जाता. एक सामाजिक उद्यमिता की सफलता को उसके प्रयास और उसकी सफलता और असफलता दोनों को मिला कर देखा जाता है.आपने बहुत से ऐसे सोशल एंटरप्रेन्योरशिप का काम करने वाले आर्गेनाइजेशन्स को देखा होगा जो अपने निजी लाभ की चिंता किए बगैर समाज के जरुरतमंद लोगों के लिए अपना समय देते हैं.
पिछले वर्षों में कोरोना महामारी के चरमोत्कर्ष के समय जब बहुत से लोग असहाय हो गए थे और उन्हें सहायता की आवश्यकता थी, तब सोशल एंटरप्रेन्योरशिप का काम करने वाले लोग और संस्थानों ने दुनिया भर में जरूरतमंद लोगों को हौसला देते हुए उनकी दवा, पैसे आदि अनेक प्रकार के साधनों से मदद की थी.
Attempt Free Mock Test - Click here |
Attempt Free Daily General Awareness Quiz - Click here |
Attempt Free Daily Quantitative Aptitude Quiz - Click here |
Attempt Free Daily Reasoning Quiz - Click here |
Attempt Free Daily General English Quiz - Click here |
Attempt Free Daily Current Affair Quiz - Click here |
सोशल एंटरप्रेन्योरशिप, महत्व
- आमतौर पर सामाजिक उद्यमिता का मुख्य मकसद समाज की समस्याओं का सटीक निवारण निकालना होता है.
- अगर हम ये कहें कि समाज में जहाँ कहीं भी तकलीफ अथवा किसी को मदद की जरुरत हो तो एक सोशल एंटरप्रेन्योर वहाँ पर पहुँच जाता है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. जबकि इसमें उसका अपना खुद का कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं होता.
- बहुत से शहरों में सोशल एंटरप्रेन्योरशिप सेंटर (सामाजिक उद्यमिता केंद्र) भी मौजूद हैं, जहाँ पर आपकी समस्याओं का निवारण या निस्तार किया जा सकता है.
- हमारे देश में बहुत से त्यौहार और अवसर ऐसे होते है जो खूब धूमधाम से मनाए जाते हैं परन्तु वहीँ पिछड़े हुए कई आदिवासी इलाकों में साधनों के अभाव में यह सब नहीं मनाया जाता. ऐसे क्षेत्रों तक पहुँचना भी सोशल एंटरप्रेन्योरशिप के तहत हीं आने वाला कार्य है.
- आज के आधुनिक युग में भी बहुत से ऐसे गाँव और कस्बे हैं जहाँ विकास और सुधार की आवश्यकता है. सोशल एंटरप्रेन्योरशिप के तहत वहाँ सकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश की जाती है. ऐसे मुद्दों पर हम सभी को उनका साथ देना चाहिए.