Download App & Start Learning
75 Indigenous AI Defense Products : 11 जुलाई को रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग विज्ञान भवन में रक्षा क्षेत्रों में एआईडीएफ विषय पर संगोष्ठी और प्रदर्शनी आयोजित की गई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका शुभारंभ किया।
एआईडिफ आधारित 75 प्रकार के रक्षा उत्पाद डिफेंस प्रोडक्ट को लांच किया।
इस आयोजन में इनोवेटर्स और विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों व स्टार्टअप के द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट व इनोवेशन को देखने का अवसर मिलेगा।
डिफेंस सचिव अजय कुमार ने बताया है कि लॉन्च होने जा रहे उत्पादों का परीक्षण हो चुका है।
Source: Safalta
जल्द ही इसे देश की सुरक्षा में उपयोग के लिए लाया जाएगा।
यह प्रोडक्ट ऑटोमेशन मानवरहित रोबोटिक सिस्टम्स, साइबर सिक्योरिटी, मानव स्वभाव विश्लेषण (ह्यूमन नेचर इंटेलिजेंट) निगरानी प्रणाली , आदि क्षेत्रों से जुड़े प्रोडक्ट शामिल है।
इनके अलावा अन्य प्रोडक्ट 100 प्रोडक्ट डेवलप किए जा रहे हैं।
जिससे भारत के रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. /
GK Capsule Free pdf - Download here
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application
1 साल में 13000 करोड़ रुपए का डिफरेंस प्रोडक्ट एक्सपोर्ट किया गया
रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संजय जाजू ने यह जानकारी दी है कि साल 2021 में भारत में करीब 13000 करोड़ रुपए के डिफेंस प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट किए हैं।
जिसमें 30 परसेंट एक्सपोर्ट सरकारी और 70% एक्सपोर्ट निजी क्षेत्र से हुआ है।
Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इन करंट अफेयर को डाउनलोड करें
युद्धपोत पी17ए क्या है
युद्धपोत पी17ए को 15 जुलाई को नौसेना को दिया जाएगा।
भारतीय नौसेना को अपनी सामुद्रिक क्षमताएं बढ़ाने के लिए दूसरा p17a युद्धपोत दी जाएगी।
इसे 15 जुलाई को पश्चिम बंगाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लांच करेंगे।
इसको गार्डन रीच शिपबिल्डर इंजीनियर्स ने बनाया है।
रक्षा मंत्री हुगली नदी के किनारे के मुख्य प्रतिष्ठान में लांच करेंगे।
पी17ए की खासियत क्या है
यह गाइडेड मिसाइल है, 28 नॉट्स की रफ्तार से चलता है, आधुनिक टेक्नोलॉजी के बने गैजेट्स से बना हुआ है।
इसके लिए 19,294 करोड़ का अनुबंध दिया गया है।