ABG Shipyard Bank Fraud:एबीजी शिपयार्ड बैंक फ्रॉड  मामला क्या है?

safalta experts Published by: Chanchal Singh Updated Mon, 14 Feb 2022 04:26 PM IST

Highlights

1.केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अन्य लोगों के साथ अपने वर्तमान अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है।
2.उन पर एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के एक यूनियन से 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया है।
3.एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर IPC और Prevention of Corruption Act के तहत आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पद के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के कथित अपराधों का आरोप लगाया गया है।

Source: Safalta

ABG Shipyard Bank Fraud: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपने सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिसमें एसबीआई ने कथित तौर पर 22,842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके पूर्व सीएमडी ऋषि कमलेश अग्रवाल और तत्कालीन डायरेक्टरों संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार के ख़िलाफ़ केस दर्ज करवाया है।
बताया जा रहा है कि यह धोखाधड़ी  देश की अब तक की सबसे बड़ी बैंकिंग धोखाधड़ी बन जाएगी।  नीरव मोदी ने इससे पहले PNB को लगभग 13 हज़ार करोड़ रुपये का चूना लगाया था।
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केंद्रीय जांच ब्यूरो ने किसके खिलाफ शिकायत दर्ज कि है


1.केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अन्य लोगों के साथ अपने वर्तमान अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है।
2.उन पर एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के एक यूनियन से 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया है।
3.एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर IPC और Prevention of Corruption Act के तहत आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पद के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के कथित अपराधों का आरोप लगाया गया है।

SBI ने दर्ज कराई शिकायत

SBI ने सबसे पहले 8 नवंबर, 2019 को केंद्रीय जांच ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई  थी। इस पर CBI ने 12 मार्च, 2020 को इस मामले जुड़े कुछ स्पष्टीकरण मांगा था। बैंक ने करीब डेढ़ साल तक छानबीन करने के बाद अगस्त 2020 में एक नई शिकायत दर्ज की थी। जिसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 7 फरवरी, 2022 को प्राथमिकी दर्ज करने वाली शिकायत पर कार्रवाई की।

एबीजी शिपयार्ड बैंक धोखाधड़ी मामला क्या है?

एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड ने 28 बैंकों और financial institutions से ऋण लिया  था। जिसमें सबसे ज्यादा SBI का 2468.51 करोड़ रुपये का एक्सपोजर था। फोरेंसिक ऑडिट के अनुसार, 2012-17 के बीच, आरोपियों ने एक साथ मिलीभगत की और अवैध गतिविधियों जैसे कि हेराफेरी, धन का डायवर्जन और आपराधिक विश्वास का उल्लंघन किया। इन फंड्स का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था। कहा जा रहा है कि, यह  केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दर्ज सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है।

एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड (ABG Shipyard)

एबीजी मुंबई की जहाज निर्माता कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1985 में हुई थी, जिसका हेड ऑफिस मुंबई में है। गुजरात के दाहेज और सूरत क्षेत्र में  इसका जहाज निर्माण कार्यालय है। अक्टूबर 2010 में वेस्टर्न इंडिया शिपयार्ड लिमिटेड के अधिग्रहण के बाद, इसके अलावा गोवा में एक जहाज मरम्मत यूनिट का संचालन कर रही है। एबीजी सबसे बड़ी प्राइवेट जहाज निर्माता कंपनियों में से एक है, जिसमें 20 टन वजन तक के जहाज बनते हैं।

एसबीआई समेत और कौन कौन से बैंक से लोन लिया गया है?

 ABG Shipyard पर 28 बैंकों से करीब 23 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है SBI ने लगाया है । जिसमें ABG Shipyard लिमटेड ने  2 हजार 925 करोड़ SBI, 1 हजार 614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा, 7 हजार 89 करोड़ रुपये  ICICI बैंक, 3 हजार 634 करोड़ IDBI, 1 हजार 244 करोड़ PNB और 1 हजार 228 करोड़ इंडियन ओवरसीज से बिजनस लोन के नाम पर लिए हैं।  इनके अलावा 22 और बैंकों के 5 हजार 108 करोड़  रुपय लोन के बकाया है। 
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