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बाल दिवस क्यों मनाया जाता है, जाने इसका इतिहास और महत्व
हर साल 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है। इस खास दिन को लोग बाल दिवस के रूप में जानते हैं, बच्चे से जवाहरलाल नेहरू का बहुत प्रेम था, इसलिए बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू बुलाते थे। भारत में बाल दिवस को राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाया जाता है। 14 नवंबर 1889 को जन्मे जवाहरलाल नेहरू देश की पहले प्रधानमंत्री थे और उनका मानना था कि बच्चे देश की ताकत एवं समाज के भविष्य होते हैं।
पंडित जवाहरलाल नेहरु से जुड़े महत्वपूर्ण फैक्ट
पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। जवाहरलाल नेहरु हैरो और कैंब्रिज से पढ़ाई करने के बाद 1912 में एट लॉ की डिग्री हासिल की और बार में बुलाए गए।पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री और कांग्रेस पार्टी के 6 बार अध्यक्ष पद को संभालने वाले कार्यकर्ता थे, (लाहौर 1929, लखनऊ 1936, फैजपुर 1947, दिल्ली 1951, हैदराबाद 1953 और कल्याण 1954 में यहां से जवाहरलाल नेहरू ने कांग्रेश के अध्यक्ष पद को संभाला था।
World Diabetes Day : वर्ल्ड डायबिटीज डे का थीम, इतिहास और उद्देश्य क्या है
डायबिटीज के मरीज दुनिया में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया भर में हर साल डायबिटीज से करीब 400000 मरीजों की हर साल मौत होती है इसलिए वैश्विक स्तर पर लोगों को मधुमेह डायबिटीज के विषय में जागरूक करने और शिक्षित करने एवं डायबिटीज के उपचार निदान और देखभाल के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व स्तर पर 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। डायबिटीज शरीर में इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ने से होता है इस हेल्थ प्रॉब्लम को लोग ज्यादातर मधुमेह या शुगर के बीमारी के नाम से जानते हैं। इंसुलिन के खोजकर्ता डॉक्टर फ्रेड्रिक बैंटिंग के जन्म दिवस के अवसर पर विश्व मधुमेह दिवस (वर्ल्ड डायबिटीज डे) मनाया जाता है। हर साल 14 नवंबर को मधुमेह दिवस मनाया जाता है।