Free Demo Classes
Register here for Free Demo Classes

Source: Safalta
नाविक नेविगेशन सिस्टम क्या है, जाने विस्तार से
भारत सरकार ने विदेशी स्मार्टफोन कंपनियां जैसे सैमसंग, एप्पल, शाओमी, वीवो, ओप्पो जैसे स्मार्टफोन कंपनियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। सरकार ने इन कंपनियों को अपने स्मार्टफोन में भारतीय नेविगेशन सिस्टम नाविक के सपोर्ट के साथ लॉन्च करने का आदेश दे दिया है। इस आदेश के बाद इन कंपनियों को अपने स्मार्टफोन के हार्डवेयर में तकनीकी बदलाव होने पर आने वाली लागत का डर बढ़ गया है।
मेक इन इंडिया के तहत भारत सरकार विदेशी चीजों से अपनी निर्भरता कम करने पर लगातार कुछ न कुछ नया पहल ला रही है और नाविक भी इसमें से एक पहल है। देश में स्मार्टफोन में नेविगेशन के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार ने यह कहा है कि नाविक से नेविगेशन को और बेहतर किया जा सकता है, क्योंकि यह ज्यादा सटीक और इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी फायदा मिलेगी।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची 1969 से 2022 तक
दादा साहब फाल्के पुरस्कार को 1969 में शुरू किया गया था। यह सिनेमा में भारत की सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। यह फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा प्रेजेंट किया जाता है, जो कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत कार्य करता है। यह कलाकारों को भारतीय सिनेमा के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करने के लिए अवार्ड प्रस्तुत किया जाता है। इस अवार्ड का नाम धुंडीराज गोविंद फालके के नाम पर रखा गया है, जिन्हें भारतीय सिनेमा के जनक माना जाता है। यह एक अनुभवी फिल्म निर्माता थे जिन्होंने 1913 में राजा हरिश्चंद्र नामक भारत की पहली पूर्ण लंबाई वाली फीचर फिल्म का निर्देशन किया था। पुरस्कार विजेताओं को गोल्डन लोटस पदक, एक शॉल 10,00,000 रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाता है। सत्यजीत रे, नागी रेड्डी, राज कपूर, लता मंगेशकर, अक्कीनेनी नागेश्वर राव, दिलीप कुमार, शिवाजी गणेशन एवं आशा भोसले जैसी प्रसिद्ध हस्तियों ने इस पुरस्कार को अपने नाम किया है ।आइए जानते हैं साल 1969 से 2022 तक दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची के बारे में-
चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह रखा गया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2022 रविवार को मासिक कार्यक्रम मन की बात में चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की थी और उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। 28 सितंबर 2022 को भगत सिंह की 115 वी जयंती के अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्मदिवस पर चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को शहीद भगत से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम दिया है।
विश्व हृदय दिवस क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास एवं महत्व क्या है
खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव के चलते आज के समय में लोग कई तरह की बीमारियों से घिरे हुए हैं। स्ट्रेस खान-पान पर ध्यान ना देना, शराब एवं धूम्रपान के सेवन के कारणों के चलते हृदय संबंधी बीमारियां लोगों में तेजी से बढ़ रही है। चाहे वह युवा हो या बुजुर्ग अब किसी भी आयु वर्ग में यह बीमारियां तेजी से बढ़ रही है, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए हर साल पूरे विश्व में हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एवं हृदय संबंधी बीमारियों से बचने के विभिन्न उपायों एवं प्रयासों पर प्रकाश डालने के लिए 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।