एनओसी क्या है?
अनापत्ति प्रमाण पत्र या एनओसी यह सुनिश्चित करती है कि जिले में रेलवे स्टेशन, हाई कोर्ट और विश्वविद्यालय सहित अन्य संस्थानों के नाम बदलने के लिए राज्य सरकार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से एनओसी पत्र लेती है, यह पत्र केंद्र सरकार की मंजूरी सुनिश्चित करती है।
General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें
कौन कौन है वो शहर जिनका नाम बदला जाएगा
1.होशंगाबाद को अब नर्मदापुरम
2. शिवपुरी को कुंडेश्र्वर धाम
3. बाबई को माखन नगर के नाम से जाना जाएगा।
( माखन लाल का जन्म बाबई में हुआ था इसलिए ही अब इसका नाम माखन नगर रखा जाएगा बाबई होशंगाबाद जिले का हिस्सा है और यह भोपाल से लगभग 80 किलोमीटर दूर है।)
इन शहरों के नाम क्यों बदला जा रहा है?
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में कई शहरों और प्रमुख स्थानों के नाम बदलकर विदेशी आक्रांताओं की गुलामी के कलंक से मुक्ति पाने के लिए नाम बदले जा रहे हैं। इनमें भोपाल और यहां का मिंटो हाल भी शामिल है। इसका उपयोग लंबे समय तक विधानसभा भवन के तौर पर होता रहा। ऐसे शहरों के नाम बदलकर भारतीय संस्कृति की पहचान को फिर से कायम करने की शुरुआत नर्मदापुरम (होशंगाबाद) और भेरूंदा (नसरल्लागंज) से हो चुकी है। अब भोपाल, भोपाल के मिंटो हाल, औबेदुल्लागंज, गौहरगंज, बेगमगंज, गैरतगंज, बुरहानपुर, सुल्तानपुर सहित अन्य शहरों-स्थानों के नाम बदलने की तैयारी चल रही है, इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र से मांग किया है। इसके पहले हालही में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमला पति रखा गया है।
Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे