Integrated Plant Nutrition Management Bill: केंद्र सरकार ने पेश किया एकीकृत पौध पोषण प्रबंधन विधेयक, 2022

safalta experts Published by: Chanchal Singh Updated Sat, 19 Feb 2022 02:23 AM IST

Highlights

1.इस विधेयक में ‘एकीकृत पौधा पोषण प्रबंधन प्राधिकरण’की स्थापना  करने का प्रयास किया गया है।
2.इसका उद्देश्य Bio-fertilizers, nano-fertilizers, bio-stimulants and organic fertilizers सहित  balanced fertilizers के विकास और सतत उपयोग को बढ़ावा देना है।
3.कोई भी व्यक्ति उचित रजिसट्रेशन प्राप्त किए बिना  Manufacture, import, sell या  market के लिए बेचने में सक्षम नहीं होगा।

Source: social media

Integrated Plant Nutrition Management Bill: केंद्र सरकार ने उर्वरकों की अधिकतम बिक्री मूल्य तय करने और इसकी गुणवत्ता और वितरण को नियंत्रित करने के लिए इसे सशक्त बनाने के लिए एक कानून का प्रस्ताव दिया है। केंद्रिय उर्वरक विभाग ने 26 फरवरी तक Integrated Plant Nutrition Management Bill, 2022 के ड्राफ्ट पर सभी हितधारकों से राय मांगी हैं।
उर्वरक  विभाग की website पर जारी ड्राफ्ट डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि यह घोषित किया जाता है कि यह जनहित में सही है कि यूनियन को उर्वरकों के वितरण, मूल्य और मानकों की गुणवत्ता को अपने नियंत्रण में लेना चाहिए।
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1.उर्वरक विभाग ने सभी स्टेकहोलडर से Integrated Plant Nutrition Management Bill, 2022 के ड्राफ्ट पर टिप्पणियां मांगी हैं।
2.जनहित में यह सुविधा दी गई  है कि उर्वरकों के मापदंड के वितरण, मूल्य और क्वालीटी पर केंद्र सरकार को अपने नियंत्रण में लेना चाहिए।

विधेयक के प्रावधान (provisions of the bill)


1.इस विधेयक में ‘एकीकृत पौधा पोषण प्रबंधन प्राधिकरण’की स्थापना  करने का प्रयास किया गया है।
2.इसका उद्देश्य Bio-fertilizers, nano-fertilizers, bio-stimulants and organic fertilizers सहित  balanced fertilizers के विकास और सतत उपयोग को बढ़ावा देना है।
3.कोई भी व्यक्ति उचित रजिसट्रेशन प्राप्त किए बिना  Manufacture, import, sell या  market for sale  में सक्षम नहीं होगा।
4.यह विधेयक पूरे देश में उर्वरकों के उत्पादन, वितरण और मूल्य प्रबंधन के निर्माण की प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास करता है। इससे कारोबार में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
5.केंद्र सरकार अधिकतम मूल्य या दर तय करने में सक्षम होगी जिस पर कोई fertilizer by any dealer, importer, manufacturer or fertilizer marketing unit को बेचा जा सकता है।
6.इसका उद्देश्य केंद्र को अलग-अलग  storage period वाले फर्टीलाइज़र के लिए या अन्य वर्गों के उपभोक्ताओं के लिए या विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग-अलग दरें या कीमतें तय करने के लिए मजबूत बनाना है।

भारतीय उर्वरक उद्योग की स्थिति

भारत में बहुत सारे छोटे और सीमांत किसानों का घर है। लेकिन यह अक्सर निम्न गुणवत्ता और कम उत्पादकता से ग्रस्त होता है। फसलें मुख्य रूप से मानसून बारीश पर निर्भर होती हैं और यहां समय के साथ एक ही जमीन पर खेती की जाती हैं। ऐसे में  यह पद्धती कई क्षेत्रों में मिट्टी की उर्वरता को कमी लाता है।  पूरे भारत में nitrogen उर्वरकों की ज्यादा मात्रा में उपयोग किया गया है। इस वजह से, भारत सरकार ने आर्थिक सुधार लाए हैं और यह सुनिश्चित किया है कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए उर्वरक सस्ती कीमतों पर उपलब्ध हों।

भारत में उर्वरक उत्पादन की क्या स्थिति है

2014 से उर्वरक उत्पादन में पॉसिटीव ग्रोथ देखी जा रही है। भारत विश्व भर में फर्टीलाईज़र के सबसे बड़े कंज्यूमर में से एक है, जिसकी डोमेस्टीक बिक्री लगातार बढ़ रही है।
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