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मूल्यांकन के लिए पैरामीटर:
नीति आयोग द्वारा शुरू किया गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम में पांच प्रमुख मापदंडों के आधार पर जिलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है।स्वास्थ्य और पोषण (30%)
एजुकेशन (30%)
एग्रीकलचर और जल संसाधन (20%)
वित्तीय समावेशन और स्किल डेवलपमेंट (10%)
इंफ्रास्ट्रक्चर (10%)
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आकांक्षी जिला कार्यक्रम क्या है जाने इसके बारे में विस्तार से:
नीति आयोग के महत्वाकांक्षी जिला कार्यक्रम 2018 में शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के ऐसे संभावित जिलों की पहचान करना है जो सोशल और इकॉनॉमिक डेवलपमेंट के माध्यम से मॉडल ब्लॉक में डेवलप हो सकते हैं। प्रोग्राम के अंतरग्त, केंद्र सरकार ऐसे चिन्हित जिलों की सोशल और इकॉनॉमिक स्थिति में सुधार लाने और समावेशी और समग्र डेवलपमेंट को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाती है।यह कार्यक्रम स्थानीय प्रशासन को बेहतर शासन और सेवा देने के लिए प्रौद्योगिकी और इनोवेशन का लाभ लेने में सक्षम बनाता है। इस कार्यक्रम के लॉन्च के दौरान, कुल 117 जिलों को एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स प्रोग्राम (एडीपी) का हिस्सा बनने के लिए पहचान किया गया था। इन जिलों के डेवलपमेंट और प्रेशेंटटेशन का इवाल्युयेशन हर महीने जिला प्रशासकों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के माध्यम से नीति आयोग द्वारा किया जाता है।