Reimagining Healthcare in India: नीति आयोग ने भारत में स्वास्थ्य सेवा की  पुनर्कल्पना  रिपोर्ट जारी की

safalta experts Published by: Chanchal Singh Updated Sat, 12 Feb 2022 02:15 PM IST

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नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ब्रिक्स देशों में भारत का स्वास्थ्य देखभाल खर्च बाकी देशों के मुकाबले सबसे कम है।

Source: social media

Reimagining Healthcare in India: नीति आयोग ने हाल ही में मिश्रित वित्त के माध्यम से भारत में स्वास्थ्य सेवा की पुनर्कल्पना करना 'टाईटल से अपनी रिपोर्ट जारी की। नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया  है कि ब्रिक्स देशों में भारत का स्वास्थ्य देखभाल खर्च बाकी देशों के मुकाबले सबसे कम है।
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रिपोर्ट के मुख्य बिंदु


1. भारत में लगभग 65 % अस्पताल के बिस्तर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और केरल में लगभग 50%आबादी को सेवाएं प्रदान करते हैं।
2.इसके अलावा  21 राज्यों और 8 केंद्र शासित राज्यों  में रहने वाली भारत की अन्य 50% आबादी के पास 35% अस्पताल के बिस्तर हैं।
3.इस रिपोर्ट में बताया गया है कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं तक जरूरी समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बिस्तरों की संख्या में कम से कम 30% की वृद्धि होनी चाहिए।
4.भारत में  हॉस्पिटल एरिया का कुल स्वास्थ्य सेवा बाजार में 80% भागीदारी है।
फाइनेनशियल ईयर 2017 में, इसका प्राइज़ 61.79 बिलियन अमरीकन डॉलर था, जिसे 2023 तक 132 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचाने की संभावना है।
5.इस रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य बीमा गैर-जीवन बीमा व्यवसाय में 20 % का योगदान दे रहा है। यह इसे इस क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा पोर्टफोलियो बनाता है।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 

इस रिपोर्ट के अनुसार PM-JAY भारत में स्वास्थ्य बीमा पैठ को 34 % से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर सकती है। इससे इन-पेशेंट सेवाओं की मांग बढ़ाने में मदद करेगी।

कोविड-19 का इस क्षेत्र में प्रभाव

इस रिपोर्ट के अनुसार, COVID-19 महामारी ने भारत में home healthcare market क्षेत्र  विस्तार में विकास हुआ है। इस रिपोर्ट में बताया  गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंड के साथ, टेलीमेडिसिन समाधान सुविधाजनक विकल्प के रूप में आगे आ रहे हैं।

भारत में टेलीमेडिसिन का बाजार 

भारत में टेलीमेडिसिन के लिए बाजार का आकार 2019 तक 830 मिलियन डालर था। इसके 2025 तक बढ़कर 5.5 बिलियन डालर तक बढ़ाने की उम्मीद है। यह 2020-25 के दौरान 31% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है। महामारी से पहले, यह अनुमान लगाया गया था कि 2030 तक भारत के सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सालाना 500 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक की निजी रकम इक्कट्ठा जाना चाहिए। 

मिक्स्ड फाइनेंस  क्या है?

मिश्रित वित्त या मिक्स्ड फाइनेंस  वित्त पोषण का एक दृष्टिकोण है, जिसमें सार्वजनिक और परोपकारी  सोर्स से आवेजक धन का उपयोग सामाजिक लक्ष्यों और रिसल्ट को पाने के लिए अन्य प्राइवेट एरिया के  इन्वेस्ट को जुटाने के लिए किया जाता है।
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