Weekly Current Affair : 25 से 31 जुलाई तक के करंट अफेयर यहां पढ़े

Safalta experts Published by: Chanchal Singh Updated Sun, 31 Jul 2022 05:58 PM IST

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Weekly current affair : अगर आप भी किसी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसमें हम आज आपके लिए लाए हैं राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के करंट अफेयर। जो कि आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए लाभदायक हो सकता है। इस लेख का एक मात्र उद्देश्य यह है कि इस लेख से ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे छात्रों की सहायता करना है। वीकली करंट अफेयर के विषय में पढ़ने के लिए नीचे स्क्रोल कीजिए।
25July-2022

Family Doctor Project, फैमिली डॉक्टर प्रोजेक्ट क्या है जाने इसके बारे में विस्तार से

Family Doctor Project: आंध्र प्रदेश की राज्य सरकार ने विशाखापट्टनम जिले के पद्मनाभम मंडल में पायलट तौर पर फैमिली डॉक्टर प्रोजेक्ट को लागू करने का निर्णय लिया है।

Source: safalta

इस प्रोजेक्ट को 15 अगस्त 2022 से लागू करने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रोजेक्ट को ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्र के बीच स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर सुधार लाने के उद्देश्य से शुरू किया जाएगा।
फैमिली डॉक्टर प्रोजेक्ट के बारे में-

फैमिली डॉक्टर प्रोजेक्ट के एक भाग के रूप में वार्ड और ग्राम सचिवालय में लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकता की देखभाल के लिए प्राइमरी हेल्थ सेंटर के एक डॉक्टर को 9.00 से 4.30 बजे तक उपलब्ध करवाया जाएगा। जिसमें वह डॉक्टर सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक बोर्ड के निवासियों के लिए रोगी सेवाएं प्रदान करेंगे। दोपहर 12:30 1:30 बजे तक के लिए लंच ब्रेक दिया जाएगा। लंच ब्रेक के बाद डॉक्टर फिर से दोपहर 1:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक फिर से रोगियों की जांच करेंगे। जो गंभीर रूप से बीमार है और जिन्हें प्रसव पूर्व या बाद के डॉक्टर चिकित्सा की आवश्यकता है उनकी भी जांच किया जाएगा। डॉक्टर के दौरे से पहले आशा कार्यकर्ता और मिड लेवल हेल्थ प्रोवाइडर, रोगियों की पहचान करेंगे जिन्हें की हेल्थ सर्विस की जरूरत होगी, उनके द्वारा विस्तृत सूची डॉक्टर को दी जाएगी इसके बाद डॉक्टर दौरा करेंगे और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेंगे।

पदमनाभम मंडल में स्वास्थ्य सेवाएं क्या है?

 पद्मनाभम मंडल में दो2 पीएचसी और 14 वार्ड  स्वास्थ्य सेवाएं हैं। हर पीएचसी में डॉक्टर है और इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक डॉक्टर अस्पताल में उपस्थित रहेंगे जबकि दूसरा डॉक्टर फैमिली डॉक्टर कांसेप्ट का पालन करेंगे।
 कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण ट्रेनिंग कार्यक्रम क्या आयोजित किया गया है?

 फैमिली डॉक्टर प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहले से ही पीएचसी में कार्य कर्मचारियों के लिए पदमनाभम मंडल में आशा कार्यकर्ताओं, एमएलएचपी और एएनएम को ट्रेनिंग करने के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
 
 
World Athletics Championships 2022,विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा के परफॉर्मेंस के बारे में

World Athletics Championships 2022: 2021 में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा 24 जुलाई 2022 को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले पहले एथलीट बने थे। उन्होंने पुरुषों के भाला फाइनल में 88.13 मीटर के थ्रो के सिल्वर मेडल हासिल किया है। नीरज चोपड़ा का विजयी थ्रो उनके चौथे प्रयास में आया है।  उन्होंने फाइनल इवेंट की शुरुआत फाउल थ्रो से की थी। जिसके बाद 82.39 मीटर और 86.37 मीटर का थ्रो किया था। उन्होंने अंत में अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर की दूरी दर्ज की और सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
नीरज चोपड़ा के परफॉर्मेंस के बारे में-

 ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने इस कंपटीशन में 90.54 मीटर के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। फाइनल इवेंट में दूसरे भारतीय, विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण करने वाले रोहित यादव 78.72 मीटर, 78.05 मीटर और 77.95 मीटर के थ्रो साथ 10वें स्थान पर बनी रहे। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा दूसरे भारतीय बने। नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत जीतने वाले पहले भारतीय हैं, जो पोडियम फिनिश करने वाले दूसरे भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं। प्रसिद्ध लंबी जम्पर अंजू बॉबी जॉर्ज 2003 की पेरिस चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय थी।
 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में भारत का परिणाम क्या था ?

नीरज चोपड़ा पुरुषों के फाइनल में दूसरे स्थान पर थे वही दसवें स्थान पर रोहित यादव थे । एल्धोस पॉल, जो यूजीन, ओरेगॉन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ट्रिपल जंप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय बने, 9वें स्थान पर थे। फाइनल में उनकी सर्वश्रेष्ठ 16.79 मीटर थी, जो कि उनके दूसरे प्रयास में आई थी एवं तीसरे दौर के बाद 8 स्थान से चूक गए थे।
 
 
What is e-FIR, ई-एफआईआर क्या है और इसका संचालन कैसे होगा
What is e-FIR: गुजरात सरकार मोबाइल चोरी या दो पहिया वाहन के चोरी जैसे अपराधों के लिए ई-एफआईआर दर्ज करवाने के लिए e-f.i.r. सर्विस प्रोवाइड करने के लिए तैयार है। देश में लागू डिजिटल इंडिया पहल के मध्यम से गुजरात सरकार एक कदम उठाते हुए राज्य में e-f.i.r. सिस्टम शुरू करने जा रही है और राज्य में ई-एफआईआर सिस्टम ई-गुजकॉप प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में शुरू किया गया है । इस कदम का उद्देश्य उल्लिखित घटनाओं को तेजी से सुलझाना है।
इस लेख से जुड़े मुख्य बिंदु

 नागरिक गुजरात पुलिस की e-fir सिस्टम का लाभ उठा सकते हैं। ऑनलाइन मोड में नागरिक शिकायत या f.i.r. रजिस्टर करवा सकते हैं।
गुजरात पुलिस फिर एफआईआर दर्ज करने के लिए पहले 48 घंटों के भीतर शिकायतकर्ता से संपर्क करेगी और घटना एवं घटनास्थल का दौरा करेगी।
 पुलिस 21 दिनों के भीतर जांच प्रक्रिया को पूरा करेगी जिसके बाद कोर्ट में इस घटना का स्टेटस रिपोर्ट पेश किया जाएगा।
 इस प्रकार नागरिकों को मोबाइल या दो पहिया वाहन की चोरी जैसे सामान्य अपराध के लिए प्राइमरी रजिस्टर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए पुलिस स्टेशन जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
 वर्तमान में ऑनलाइन मोड में पुलिस से संबंधित 16 सर्विस प्रोवाइड कर रही है -
सर्विस में वरिष्ठ नागरिकों का रजिस्ट्रेशन, घरेलू नौकर, किरायेदारों या संपत्ति पंजीकरण, पुलिस एनओसी, लापता व्यक्ति की रिपोर्ट आदि प्रकार के केस शामिल है। चोरी हुए दो पहिया वाहन की पहचान करने के लिए गुजरात पुलिस, राज्य पुलिस सीसीटीवी कमांड के साथ करेगी और नियंत्रण केंद्र यह कमांड कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर वाहनों की संख्या को फ्लैश करेगा। जब चोरी के बाहर में आवाजाही करेंगे।
e-GujCop  परियोजना क्या है?

e-GujCop प्रोजेक्ट 19 सितंबर 2013 को शुरू किया गया था। अनोखी सिस्टम है जो गृह विभाग के कामकाज में आईटी को इकट्ठा करती है। यह प्रोजेक्ट अपराधियों को समाज में अपराध करने से रोकने में मदद करती है।
 
Vehicle Location Tracking Device, व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस क्या है, जाने इसके विषय में विस्तार से
Vehicle Location Tracking Device : हिमाचल प्रदेश व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस वीएलटीडी से लैस सभी रजिस्टर कमर्शियल व्हीकल को इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस)  से जोड़ने वाले देश का पहला राज्य बन गया अब इन वाहनों को वीएलटीडी के माध्यम से देश में कहीं भी करना संभव है 9423 से अधिक वाहनों को इसके तहत रजिस्टर किया गया है और (ईआरएसएस) से जोड़ा गया है। अब इसकी निगरानी पुलिस और परिवहन विभाग दोनों करेगी।

इस लेख के मुख्य बिंदु

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित एक कार्यक्रम में औपचारिक रूप से इस सिस्टम को लॉन्च किया है।
 उन्होंने सार्वजनिक वाहनों में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन की सुविधा भी शुरू की है।

वाहन स्थान ट्रैकिंग डिवाइस के बारे में

 इमरजेंसी पैनिक बटन सिस्टम और कमांड कंट्रोल सेंटर के साथ व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस को इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम 112 से जोड़ा गया है।
 जब भी पैनिक बटन किसी भी व्यक्ति द्वारा दबाया जाता है, तो सेटेलाइट के माध्यम से 112 पर एक सिग्नल प्राप्त होता है और संकट में जुड़े व्यक्ति से पुलिस सतर्क होकर रिस्पांस करता है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

 हिमाचल प्रदेश की राजधानी क्या है?
 हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला है।
 हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री कौन हैं?
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर है।
 हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कौन है ?
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर हिमाचल प्रदेश के गवर्नर है।
 
 
 Golden Visa, गोल्डन वीजा क्या है, इसके लिए कैसे अप्लाई करें जाने इसके बारे में विस्तार से

 Golden Visa: तमिल सिनेमा इंडस्ट्री में कमल हासन को संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रतिष्ठित गोल्डन वीजा दिया गया है। तमिल अभिनेता कमल हसन के अलावा अन्य को भी गोल्डन वीजा दिया गया है। कमल हसन से पहले एक्टर नासिर, मामूटी, मोहनलाल, टोविनो थॉमस, पार्थियपन, अमला पॉल और शाहरुख खान जैसे बड़े एक्टर गोल्डन वीजा प्राप्त कर चुके हैं।
 गोल्डन वीजा से जुड़े प्रमुख बातें

गोल्डन वीजा एक विस्तारित निवासी वीजा कार्यक्रम है जो 5 से 10 साल के बीच रहता है। वीजा हमेशा के लिए बढ़ाया जा सकता है। यह विभिन्न इंडस्ट्री में अच्छे प्रदर्शन करने वाले के साथ-साथ पेशेवरों निवेशकों और संभावित कौशल वाले लोगों को दिया जाता है। उन लोगों के लिए गोल्डन वीजा की लागत जो वर्तमान में यूएई  के निवासी हैं, एईडी 2800 से एईडी 3800 तक है।

 संयुक्त अरब अमीरात के बाहर के आवेदकों के लिए गोल्डन वीज़ा की कीमत एईडी 3800 से 4800 तक है। सेवा के प्रकार और वीजा की स्थिति के अनुसार लागत बदलते रहती है।
 गोल्डन वीजा के बारे में

 गोल्डन वीजा के माध्यम से यूएई में लंबे समय तक रहने की अनुमति मिलती है। गोल्डन वीजा सिस्टम से अनिवार्य रूप से इंपॉर्टेंट कैटेगरी के लोगों को लंबे समय यानी 5 से 10 साल तक के यूएई में रहने की इजाजत देती है। इसके अंतर्गत आने वाले लोगों में निवेशक, एंटरप्रेन्योर, उत्कृष्ट प्रतिभा वाले व्यक्ति, रिसर्चर, मेडिकल पेशेवर से जुड़े लोग, वैज्ञानिक और छात्र शामिल है। इस वीजा का महत्वपूर्ण फायदा सेफ्टी है। सरकार ने गोल्डन वीजा जारी करते वक्त लोगों से यह साफ तौर पर कह दिया था कि प्रवासियों यूएई में निवेश करने वाले लोगों  और उन लोगों को सेफ्टी प्रोवाइड करेगी। जो लोग भविष्य में यूएई में अपना घर बनाने के बारे में सोच रहे हैं।
 गोल्डन वीजा के लिए कैसे अप्लाई करें

जो व्यक्ति गोल्डन वीजा के लिए आवेदन या अप्लाई करना चाहते हैं वे सबसे पहले फेडरल अथॉरिटी फॉर आईडेंटिटी एंड सिटीजनशिप आईसीए की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। यूएई के विदेश मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले जनरल डायरेक्टर ऑफ रेजिडेंसी एंड फॉरेनर्स अफेयर्स जीडीआरएफए के माध्यम से भी गोल्डन वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आइसीए के जरिए ऑनलाइन एप्लीकेशन दिया जा सकता है । जबकि जीडीआरएफए में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों की सुविधा मुहैया करवाई जाती है। यह प्रक्रिया काफी सरल है जो कोई भी इच्छुक उम्मीदवार के लिए आवश्यक दस्तावेज और अपने व्यवसाय उद्यम को संयुक्त अरब अमीरात में शिफ्ट कराने को लेकर डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं।
कौन कर सकता है अप्लाई

 गोल्डन वीजा के लिए इन्वेस्टर 10 साल के लिए वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा यह शर्त है की यूएई की मुद्रा दिरहम में एक करोड़ से कम नहीं होनी चाहिए। आवेदक निवेश कोष या कंपनी के रूप में एप्लीकेशन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए कुल निवेश कम से कम 60 परसेंट अचल संपत्ति के रूप में नहीं होना चाहिए और इन्वेस्ट की गई राशि को नहीं दिया जाना चाहिए और संपत्ति के मामले में इनवेस्टर का पूर्ण स्वामित्व होना चाहिए।  नियमों के अनुसार इन्वेस्टर को कम से कम 3 साल के लिए इन्वेस्टमेंट को बनाए रखने में सक्षम होना चाहिए।

10 साल के लंबे वीजा के लिए बिजनेस पार्टनर को शामिल करने के लिए भी बढ़ाया जा सकता है। बशर्ते कि प्रत्येक 1 करोड़ का कारोबार में निवेश करें लंबी अवधि की वीजा में धारक के पति या पत्नी और बच्चे के साथ साथ एक कार्यकारी निदेशक और एक सलाहकार भी शामिल हो सकते हैं। बिजनेसमैन के अलावा विशेष प्रतिभा वाले लोग भी वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं। जिसमें रिसर्चर, साइंटिस्ट, इन्वेस्टर और शामिल है उनके संबंधित विभागों द्वारा दी गई मान्यता के बाद 10 साल का वीजा दिया जाता है और यह वीजा इनके जीवन साथी और बच्चों को भी दिया जाता है। 5 साल के लिए वीजा के नियम काफी हद तक के लिए समान है। इसमें यह है कि इन्वेस्टर के लिए राशि तय की गई है। हाईस्कूल और विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले स्टूडेंट यूएई में 5 साल के रेजिडेंसी के लिए पात्र होते हैं। इसके अलावा विदेशी नागरिक जो यूएई में अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं वे गोल्डन वीजा के माध्यम से स्थाई निवासी 5 साल के लिए अप्लाई  कर सकते हैं।
 
 
 
Kargil Vijay Diwas 2022,कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है, जाने इससे जुड़े स्पेशल फैक्ट


Kargil Vijay Diwas 2022: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए 1999 के युद्ध को कारगिल युद्ध या कारगिल संघर्ष के रूप में जाना जाता है। यह युद्ध 1999 के मई-जुलाई के बीच जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में नियंत्रण रेखा एलओसी के साथ लड़ा गया था। जिसमें भारत को इस युद्ध में विजय प्राप्त हुई थी। इसलिए हर साल 22 जुलाई को कारगिल युद्ध के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने एवं देश के बहादुर सैनिकों द्वारा दिए गए कारगिल युद्ध में सर्वोच्च बलिदान को याद करने और राष्ट्र की अखंडता को बनाए रखने एवं देश की रक्षा करने के लिए इस दिन को मनाया जाता।
कारगिल विजय दिवस से जुड़े  स्पेशल फैक्ट

1. कारगिल युद्ध जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में नियंत्रण रेखा एलओसी के साथ हुआ था। पाकिस्तान की सेना ने इस क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए सर्दियों के दौरान घुसपैठियों के नाम पर अपने सैनिकों को भेजी थी। इनका मुख्य उद्देश्य लद्दाख और कश्मीर के बीच संबंध तोड़ना और भारतीय सीमा पर तनाव पैदा करना था। आपको बता दें कि उस युद्ध के दौरान घुसपैठिए पहाड़ के टॉप पर थे और भारतीय पहाड़ के ढलान पर थी। इसलिए घुसपैठियों के लिए हमला करना आसान था। इसके बाद पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध छिड़ गया जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा को पार कर भारत के नियंत्रण वाले क्षेत्र में प्रवेश कर दिए। आपको बता दें कि कारगिल 1947 में भारत के बंटवारे से पहले लद्दाख के बाल्टिस्तान जिले का हिस्सा था और पहले कश्मीर युद्ध 1947 से 1948 के बाद एलओसी द्वारा अलग किया गया था।

2. 3 मई 1999 को पाकिस्तान में युद्ध शुरू किया जब उसने 5000 सैनिकों के साथ कारगिल के चट्टानी पहाड़ी क्षेत्र के ऊपर स्थान पर घुसपैठ कर अपने सैनिकों के साथ कब्जा जमा लिया था। जब भारत सरकार को इस घुसपैठ के बारे में जानकारी मिली तो भारतीय सैनिकों द्वारा पाकिस्तानी घुसपैठियों को वापस खदेड़ने के लिए "ऑपरेशन विजय" शुरू किया गया था। आपको बता दें कि 1971 यानी कारगिल युद्ध से पहले भारत और पाकिस्तान में युद्ध लड़ा था। जिसकी वजह से एक अलग देश यानी बांग्लादेश का गठन हुआ था।

3. क्या आप सभी को पता है कि कारगिल युद्ध से पहले आप पारिदृश्य क्या था? 1998 से 1999 में सर्दियों के दौरान पाकिस्तानी सेना गुप्त रूप से सियाचिन ग्लेशियर कब्जा करने के लक्ष्य के साथ इस क्षेत्र पर हावी होने के लिए कारगिल के पास सैनिकों को प्रशिक्षण देने और भेजने के लिए शुरू कर दिए थे। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने यह भी कहा था कि वे पाकिस्तानी सैनिक नहीं बल्कि मुजाहिदीन है। दरअसल पाकिस्तान इस विवाद पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान चाहता था। भारत की सेना सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र से अपनी सेना को वापस ले और भारत को कश्मीर विवाद के लिए बातचीत करने के लिए मजबूर करके भारत पर दबाव बनाया जा सके।

4.युद्ध की पीछे की कहानी क्या थी? 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद कई सारे सैन्य संघर्ष इन दोनों देशों के बीच हुआ था। दोनों देशों ने 1998 में परमाणु परीक्षण भी किए थे। जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया था। फरवरी 1999 में स्थिति को शांत करने के लिए दोनों देशों ने लाहौर घोषणा पत्र पर साइन किया था। जिसमें कश्मीर संघर्ष का शांतिपूर्ण और द्विपक्षीय समाधान प्राप्त करने का वादा किया था।

 5. लेकिन इसके बाद हुआ यह कि पाकिस्तानी सेना बलों ने अपने सैनिकों और अर्धसैनिक बलों को नियंत्रण रेखा के पार भारतीय क्षेत्र में भेजना शुरू कर दिया था और घुसपैठों का कोड नाम ऑपरेशन बद्र रखा गया था।  इसका मुख्य उद्देश्य कश्मीर और लद्दाख के बीच की कड़ी को तोड़ना और सियाचिन ग्लेशियर से भारतीय सेना को वापस भेजना था। इसके साथ ही पाकिस्तान का यह मानना था कि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार का तनाव पैदा करने से कश्मीर मुद्दे को एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने में सहायता मिलेगी और इससे अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जिससे उन्हें तुरंत समाधान प्राप्त करने में आसानी होगी। वहां दो परमाणु राज्यों के बीच युद्ध लड़ा गया था।

6. भारतीय वायु सेना ने जमीनी हमले के लिए मिग-2-आई, मिग-23एस, मिग-27, जगुआर और मिराज-2000 विमानों का प्रयोग किया था। मुख्य रूप से जमीनी हमले की एक माध्यमिक भूमिका के लिए मिग-21 का निर्माण किया गया था। जमीन पर हमला करने के लिए मिग- 23 और मिग-27 को अनुकूलित किया गया था पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमले किए गए। इसलिए इस युद्ध के दौरान ऑपरेशन सफेद सागर में  आईएएफ के मिग-21 और मिराज 2000 का बड़े पैमाने पर भारतीय सेना द्वारा प्रयोग किया गया था।

7. इस युद्ध में बड़ी संख्या में रॉकेट और बमों का भी प्रयोग किया गया था। करीब 2,50,000 गोले, मोर्टार बम और रॉकेट पाकिस्तानियों के ऊपर दागे गए थे पाकिस्तानी घुसपैठियों के ऊपर दागे गए थे। लगभग 5000 तोपखाने के गोले मोर्टार बम और रॉकेट 300 बंदूके, मोर्टार और एमबीआरएल से प्रतिदिन दागे जाते थे। जबकि 9000 गोले उस दिन दागे जाते थे। जिस दिन टाइगर हिल को वापस लाया गया था। ऐसा माना जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह एकमात्र ऐसा युद्ध था जिसमें दुश्मन सेना पर इतनी बड़ी संख्या में बमबारी की गई थी। इतने बमबारी और गोलाबारी के बाद भारत ने इस युद्ध में जीत अपने नाम की थी।
 

27-July-2022

 

APJ Abdul Kalam death anniversary, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की 7वीं पुण्यतिथि पर जाने कलाम से जुड़े 10 रोचक बातें

APJ Abdul Kalam death anniversary: डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भारत के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रपतियों में से एक थे। इन्हें भारत के मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता है। आज भारत में 27 जुलाई को एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि मनाई जा रही है । एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के रक्षा और अंतरिक्ष अनुसंधान विकास में बहुत महत्वपूर्ण एवं अहम भूमिका निभाई थी। डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था, एवं 27 जुलाई 2015 को शिलांग में भारतीय प्रबंध संस्थान में व्याख्यान देते हुए उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली थी। आज 27 जुलाई 2022 को एपीजे अब्दुल कलाम की सातवीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। इस मिसाइल मैन ने भारत के लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कौन थे?

अवुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम एक भारतीय एयरोस्पेस वैज्ञानिक थे। जिन्होंने 2002 से 2007 तक भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था ।इनका जन्म और पालन-पोषण तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। इन्होंने भौतिकी और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। एपीजे अब्दुल कलाम ने वैज्ञानिक और विज्ञान प्रकाशक के रूप में मुख्य रूप से डिफेंस रिसर्च और डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन इसरो में बिताया है। वह भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और विकास प्रयासों में भी शामिल थे। एपीजे अब्दुल कलाम को बैलिस्टिक मिसाइल  और लॉन्च वाहन प्रौद्योगिकी के विकास पर उनके काम के लिए भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है।
 एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि

 भारतीय प्रबंध संस्थान शिलांग में एक व्याख्यान देते हुए एपीजे अब्दुल कलाम ने 27 जुलाई 2015 को 83 साल की उम्र में अपेरेंट कार्डियक अरेस्ट आने से गिर गए और वहां उनकी मृत्यु हो गई। उनके अंतिम संस्कार समारोह में राष्ट्रीय स्तर के गणमान्य व्यक्तियों एवं देश के हजारों व्यक्तियों ने भाग लिया था। उनके अंतिम संस्कार का कार्य उनके गृह नगर रामेश्वरम में हुआ था और वहीं उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया था।
 आइए जानते हैं भारत के 11 राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के बारे में कुछ रोचक बातें
1.भारत के 11 राष्ट्रपति के रूप में 2002 से 2007 तक एपीजे अब्दुल कलाम में राष्ट्रपति पद संभाला था और जब वे राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे थे तब एपीजे अब्दुल कलाम के पास कभी टेलीविजन नहीं था। उनकी कुछ पर्सनल संपत्तियों में किताबे, कुछ कपड़े एवं वीणा और एक सीडी प्लेयर एवं लैपटॉप शामिल थे।

2. एपीजे अब्दुल कलाम पोखरण द्वितीय परमाणु परीक्षणों में एक आवश्यक भूमिका निभाने के बाद भारत के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक के रूप में जाने जाते हैं।

3. 1992 से 1999 के दौरान एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है।

4. एपीजे अब्दुल कलाम की लेखन में भी रुचि थी उन्होंने अपने जीवन काल के दौरान 18 किताबें और 4 गाने और 22 कविताएं लिखी है।

5. एपीजे कलाम ने 40 भारतीय और इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की मानद उपाधि हासिल की है।

6. ये भारत के पहले स्नातक  राष्ट्रपति थे।

7. अपने परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते एपीजे परिवार की मदद करने के लिए 10 साल की छोटी उम्र से ही समाचारपत्र बेचना शुरू कर दिया था।

8. एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के पहले उपग्रह प्रक्षेपण यान SLV III  के निर्माण का निरीक्षण किया है। जिसका उपयोग रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने के लिए किया गया था। इस उपलब्धि के परिणाम स्वरुप भारत सफलतापूर्वक क्लब में शामिल हो गया था।

9. एपीजे अब्दुल कलाम को प्रतिष्ठित पद्मभूषण 1981 में सम्मानित किया गया था। पद्म विभूषण से 1990 में सम्मानित किया गया था। भारत रत्न एवं भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान से 1997 में सम्मानित किया गया था।

10.  एपीजे अब्दुल कलाम  ने ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा तक पहुंचाने के उद्देश्य से पहल में भी योगदान दिया था। उन्होंने हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू की मदद से एक कम लागत वाला स्टेंट बनाया था। जिसे कलाम-राजू स्टैंड नाम दिया गया था।
 
Indermit Gill, Chief Economist of World Bank,कौन हैं इंदरमिट गिल जिन्हें वर्ल्ड बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री अप्वॉइंट किया गया है

Indermit Gill, Chief Economist of World Bank: इंदरमिट गिल को विश्व बैंक का मुख्य अर्थशास्त्री अप्वॉइंट किया गया है। जो कौशिक बसु के बाद इस पद को संभालने वाले भारत के दूसरे व्यक्ति बन गए हैं। विश्व बैंक ने 21 जुलाई को एक बयान में कहा कि इंदरमिट गिल का कार्यकाल 1 सितंबर 2022 से शुरू होगा गिल को बहुपक्षीय विकास बैंक में विकास अर्थशास्त्र के लिए मुख्य अर्थशास्त्री और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में अप्वॉइंट किया गया है। वह  क्यूबा अमेरिकी अर्थशास्त्री कारमेन एम.रेनहार्ट का जगह इस पद को संभालेंगे।
कौन है इंदरमिट गिल

इंदरमिट गिल एक भारतीय नागरिक है जो वर्तमान में समान विकास, वित्त और संस्थानों के उपाध्यक्ष  हैं।  इन्होंने माइक्रोइकोनॉमिक्स, व्यापार, ऋण, गरीबी और शासन पर काम का नेतृत्व किया।

 इन्होंने 2016 और 2021 के बीच ड्यूक विश्वविद्यालय में सार्वजनिक नीति  के प्रोफेसर थे।

 उन्होंने शिकागो विश्वविद्यालय से  इकोनॉमिक्स में पीएचडी की है, इन्होंने ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन में वैश्विक अर्थव्यव्स्था और डेवलपमेंट प्रोग्राम में एक अनिवासी वरिष्ठ साथी थे। इसके साथ साथ इन्होंने आर्थिक भूगोल पर 2009 में विश्व विकास रिपोर्ट का नेतृत्व किया था। इन वर्क में मध्यम आय जाल की अवधारणा को शामिल किया गया है। इसमें उनके काम में माध्यम आय जाल की अवधारणा को शामिल किया गया है। यह वर्णन करने के लिए कि विकासशील देश आय के एक निश्चित स्तर तक पहुंचने के बाद कैसे स्थिर हो जाते हैं।

 उन्होंने विकासशील देशों के सामने आने वाले नीतिगत मुद्दों और हरित विकास, संप्रभु ऋण, गरीबी और असमानता, नेचुरल रिसोर्स संपदा और मार्केट मेनेजमेंट के बारे में भी प्रकाशित किया है।
 विश्व बैंक क्या है?

विश्व बैंक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है जो पूंजी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए निम्न और मध्यम आय वाले देशों को अनुदान और ऋण देता है।
 विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री की भूमिका क्या होती है?

 विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान के समग्र आर्थिक अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय विकास रणनीति को बौद्धिक नेतृत्व और दिशा प्रदान करने का काम सौंपा गया है। विश्व बैंक का मुख्य अर्थशास्त्री वरिष्ठ प्रबंधन टीम का सदस्य होते हैं जो विश्व बैंक के अध्यक्ष और संस्था के प्रबंधन को आर्थिक विषय पर सलाह देते हैं।
 
 
Multi Agency Group,मल्टी एजेंसी ग्रुप क्या है और भारत सरकार ने इसकी स्थापना क्यों की है


Multi Agency Group:भारत सरकार ने विदेशी संपत्ति मामलों की जांच के लिए एक मल्टी एजेंसी ग्रुप की स्थापना की है। इस समूह में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों और ऑर्गनाइजेशन के प्रतिनिधि शामिल है। यह पैराडाइज पेपर लीक, पनामा पेपर लीक और पेंडोरा पेपर लीक जैसे विदेशी संपत्ति केस की विभिन्न कैटेगरी की जांच में शामिल होगा ।
मल्टी एजेंसी ग्रुप की स्थापना के बारे में

 स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों और कंपनियों द्वारा जमा किए गए पैसे को लेकर सरकार के पास किसी भी प्रकार की कोई ऑफिशियल अनुमान नहीं है।
 मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्विस बैंकों में भारतीय फंड 2020 के मुकाबले 2021 में बड़ा है।
 यह जमा काले धन की मात्रा का संकेत नहीं देते हैं, जो भारतीयों के पास स्विस बैंकों में जमा है। हाल के दिनों में भारत सरकार ने अघोषित विदेशी संपत्ति और आय पर कर लगाने के लिए कई सक्रिय उपाय किए हैं।
 एचएसबीसी मामले में सरकार ने 8468 करोड़ रुपए से अधिक पर टैक्स लगाया है।
 इसने 1294 करोड़ से अधिक का जुर्माना भी लगाया गया है।
 काला धन और टैक्स अधिरोपण अधिनियम 2015 के अनुसार 368 मामलों का आकलन किया गया है। जिससे 14820 करोड़ से अधिक की टैक्स मांग हुई है। सरकार ने 3 महीने की अनुपालन विंडो में 4164 करोड़ रुपए की 648 अघोषित विदेशी संपत्ति का खुलासा किया है ।
यह विंडो 30 सितंबर 2015 को बंद कर दी गई थी। जिसे घोषित अधिनियम के अंतर्गत खुलासा किया गया था। इन मामलों में सरकार को टैक्स और जुर्माने के माध्यम से 2476 रुपए इकट्ठा किए गए थे। भारत दोनों देशों के बीच दोहरे काले धन कराधान से बचाव समझौते के अंतर्गत प्रसांगिक मामलों में जानकारी प्राप्त करने के लिए स्विट्जरलैंड के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है।
 

India International Bullion Exchange,इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज क्या है और इसे क्यों लॉन्च किया जाएगा
India International Bullion Exchange: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जुलाई 2022 को इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज को लॉन्च करने जा रहे हैं। जिसे गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस tec-city क्या गिफ्ट सिटी में लांच किया जाएगा।
 इस लेख के प्रमुख बिंदु:-

 इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी IFSC प्राधिकरण IFSCA मुख्यालय भवन की आधारशिला भी रखेंगे IFSCA भारत में IFSCs में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय संस्थानों और वित्तीय सेवाओं के विकास और विनियमन के लिए  एकीकृत नियामक है।
IIBX का उद्देश्य क्या है?

IIBX जिम्मेदार और सोर्सिंग और क्वालिटी के आश्वासन के साथ कुशल मूल्य सर्च प्रोवाइड करेगा।

 यह देश भर में सोने के वित्तीयकरण को गति देगा।
 आईबीएक्स भारत को वैश्विक सर्राफा बाजार में अपना सही स्थान हासिल करने के लिए सशक्त बनाएगा।
 IIBX अखंडता और क्वालिटी के साथ वैश्विक मूल्य सीरीज के उद्देश्य को पूरा करेगा।

 IIBX  के लॉन्च के साथ भारत एक प्रमुख उपभोक्ता के रूप में अंतरराष्ट्रीय सर्राफा कीमतों को प्रभावित करने में सक्षम हो जाएगा।
 IIBX के 3 वॉल्ट क्या होंगे?

IIBX में तीन वॉल्ट होंगे

1. एक को सीक्वल द्वारा लांच संचालित किया जाएगा। यह तैयार है और इसे सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई है।
2. दूसरा ब्रिंग द्वारा संचालित किया जाएगा यह भी तैयार है लेकिन इसमें अंतिम मंजूरी की इंतजार है।
3. तीसरा अभी निर्माण हो रहा है।
NSI IFSC-SGX कनेक्ट लॉन्च क्या है

NSI IFSC-SGX कनेक्ट भी 29 जुलाई को लांच किया जाएगा। इसके अंतर्गत निफ्टी डेरिवेटिव्स के सभी आर्डर, जो सिंगापुर एक्सचेंज लिमिटेड के सदस्यों द्वारा किए गए हैं, को ऑर्डर मैचिंग और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर डायवर्ट और मिलान किया जाएगा। NSI IFSC डेरिवेटिव  बाजारों में लिक्विडेशन को गहरा करने में सहायता करेगा। इस प्रकार यह अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों को आकर्षित करेगा और गिफ्ट - आईएफएससी में वित्तीय इकोसिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करेगा।
 
 
Promotion of Rural and Tribal Games,स्वदेशी खेलों को बढ़ावा क्यों और कैसे दिया जा रहा है।
Promotion of Rural and Tribal Games: विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में उनकी संस्कृति और परंपरा के मुताबिक कई स्वदेशी खेल खेले जा रहे हैं। खेल राज्य के विषय होने के कारण देश में स्वदेशी खेलों को और अधिक बढ़ावा देने और पारंपरिक खेलों के विकास और प्रचार प्रसार के लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से संबंधित राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों की होती है। जिसमें केंद्र सरकार उनके प्रयासों को पूरा करने वाली पूरक बनाती है।
कौन से स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने के लिए चुना गया है।
  मंत्रालय एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना चलाता है जिसका नाम 'खेलो इंडिया - खेल के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम'  खेलो इंडिया योजना जिसमें एक कंपोनेंट अर्थात ग्रामीण और स्वदेशी आदिवासी खेलों को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से देश में ग्रामीण और स्वदेशी आदिवासी खेलों के डेवलपमेंट और संवर्धन के लिए समर्पित है। इस कंपोनेंट के अंतर्गत कलारीपयट्टू, गतका, थांग-ता, योगासन और सिलंबन जैसे स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने के लिए पहचान किया गया है।

 इस कंपोनेंट के अंतर्गत बुनियादी ढांचे के डेवलपमेंट, उपकरण सहायता, कोचों की अपॉइंटमेंट, कोचों की  ट्रेनिंग और स्कॉलरशिप के लिए ग्रांट स्वीकृत किए जाते हैं। इसके अलावा हरियाणा के पंचकुला में हाल ही में संपन्न खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे एडिशन में मल्लखांब, कलारीपयट्टू, थांगता और योगासन को भी शामिल किया गया था।

खेलों को बढ़ावा देने वाले डॉक्यूमेंट्री के बारे में
 इसके अलावा मंत्रालय ने विभिन्न स्वदेशी खेलों को प्रेजेंट करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए डॉक्यूमेंट्री भी बनाए हैं। जैसे गतका, रोलबॉल, रस्साकशी, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंब, शूटिंग बॉल, स्के, कबड्डी, गिल्ली डंडा, सिक्कीम तीरंदाजी. धूप खेल और कौड़ी खेल, पाइका अखाड़ा  और अखाड़ा कुश्ती हेक्को, मिजोरम खेल, सीला बम, लागोरी और लंगडी जैसे खेलों के डॉक्यूमेंट्री  को एक भारत श्रेष्ठ भारत वेबसाइट के डिजिटल भंडार, फिट इंडिया मूवमेंट के फेसबुक पेज,
 यूट्यूब चैनल और माईगांव इंडिया के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया  है।
 
 
World Nature Conservation Day 2022, विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस के इतिहास एवं महत्व क्या है


World Nature Conservation Day 2022 : हर साल 28 जुलाई को विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे उन पेड़ों और जानवरों का संरक्षण करना जो पृथ्वी के वातावरण से धीरे-धीरे विलुप्त होते जा रहे हैं। स्वच्छ भारत अभियान, प्रोजेक्ट टाइगर आदि प्रकृति के संरक्षण के लिए भारत की ओर से की गई कई पहलों में से एक है। यह दिन इस बात को भी प्रस्तुत करता है कि एक स्वस्थ वातावरण एक स्थिर और उत्पादक समाज की नींव है।
इस दिन को मनाने का कारण क्या है?

वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों की बेहतर सुरक्षा के लिए स्वस्थ वातावरण एवं पर्यावरण का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है। प्रकृति के लिए कई खतरे मनुष्यों ने पैदा किया है। जैसे वनों की कटाई, इललीगल वन्यजीव बिजनेस, पॉल्यूशन, प्लास्टिक, रसायनों का उपयोग, पृथ्वी ने मनुष्य को पानी, हवा, मिट्टी, मिनरल्स, पेड़, जानवर, भोजन, आदि जैसी बुनियादी जरूरतें दी है। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि प्रकृति को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखें। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और कई अन्य कारक जो धरती के ह्रास के लिए जिम्मेदार है। जो पर्यावरण को प्रभावित करता है और इसे ही रोकने एवं भविष्य के पिढ़ियों को बचाने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
 विश्व  प्रकृति संरक्षण दिवस का इतिहास क्या है ?

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का इतिहास और उत्पत्ति अज्ञात है ।लेकिन हर साल 28 जुलाई को मनाने का इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि एक साथ आकर प्रकृति का समर्थन करना। इसे नष्ट या हानि नहीं पहुंचाना। प्रकृति का संरक्षण यानी प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी से प्रयोग एवं मैनेजमेंट करना है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि प्राकृति के असंतुलन होने के कारण आज लोग ग्लोबल वार्मिंग, विभिन्न बीमारियों, प्राकृतिक आपदाओं, तापमान में बढ़ोतरी, आदि जैसे कई प्रकार के समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसलिए अगली पीढ़ी को इससे बचाने के लिए आज से ही प्रकृति का संरक्षण करना एवं संसाधनों को बचाने के महत्व को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह हमें और हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है।
 पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या क्या कदम उठाए गए हैं

पर्यावरण संरक्षण के तरीके, यह जरूरी नहीं है कि केवल सरकार और बड़ी कंपनियां या पर्यावरण एक्टिविस्ट ही पर्यावरण का संरक्षण करें। यह हर मनुष्य का महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि प्रकृति का संरक्षण करें, जो हमारे आज और कल के लिए एक बहुत ही खूबसूरत उपहार है। ऐसे कई तरीके हैं जिससे लोग पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं आइए  उनके बारे में जानते हैं।  


1. रीसायकल यथा संभव रीसायकल और बायोडिग्रेडेबल प्रोडक्ट को खरीदने का प्रयास करें और उनका उपयोग करें। जिससे रीसायकल हो सके।

2. पानी की उपयोग को कम करें जितना जरूरी है उतना ही पानी का उपयोग करें।

3. बिजली का उपयोग कम करें जब आपको बिजली से कोई काम ना हो तो व्यर्थ में ही बिजली खपत ना होने दें। इससे धन और एनर्जी दोनों की बचत होगी।

4. ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और धरती को हरा-भरा और खूबसूरत बनाएं।  

5.यथासंभव सब्जियां उगाएं क्योंकि बाजार में मिलने वाली सब्जियों में केमिकल और कीटनाशकों का प्रयोग होता है। इसलिए ऑर्गेनिक फूड, फ्रूट और वेजिटेबल 6.खाएं कूड़े से बचने के लिए खाद बनाना बेहतर है।

7.जैसे कि यह हम सभी को पता है कि बैटरी पर्यावरण के लिए खतरनाक है, इसलिए अधिक से अधिक रिचार्जेबल बैटरी का प्रयोग करें और लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें।
8. धूम्रपान न करें धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और कभी-कभी यह देखा गया है कि लोग धूम्रपान करने के बाद  सीधा जमीन पर सिगरेट का टुकड़ा फेंक देते हैं। जो कि शुद्ध कचरे का रूप लेती।

9. ज्यादा से ज्यादा प्रदूषण कम करने की कोशिश करें एवं लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें
10. प्रकृति पर्यावरण और एनर्जी के कंजर्वेशन के उपयोग के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें या फिर सोशल मीडिया का इसके लिए उपयोग करें।
 पर्यावरण के संरक्षण के बारे में तीन महत्वपूर्ण शब्द यह भी है जिसे बारे में जाना महत्वपूर्ण है

 कम करना
 रिसाइकल करना
और पुनः उपयोग करना

 आज के समय में प्रकृति का संरक्षण करना बहुत महत्वपूर्ण है, यहां तक की बड़े-बड़े एक्सपर्ट और वैज्ञानिकों ने लोगों को यह चेतावनी दी है कि भविष्य में बड़े पैमाने पर प्रजातियों की विलुप्त होने की स्थिति पैदा होगी। प्रकृति और पर्यावरण के बारे में कई सारे डॉक्यूमेंट्री में यह दिखाया गया है कि लोग कैसे संसाधनों को बर्बाद करते हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण दिन-ब-दिन तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। लोगों को तूफान और समुद्र के स्तर बढ़ने जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। धीरे धीरे ग्लेशियर पिघल रहा है जिससे लोगों के जान का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए इन खतरों को रोकने के लिए हर साल 28 जुलाई को विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
 
28 JULY 2022
World Hepatitis Day 2022, विश्व हेपेटाइटिस दिवस क्यों मनाया जाता है और इस बीमारी का लक्षण क्या है
World Hepatitis Day 2022: हर साल 28 जुलाई को विश्व स्तर पर विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। हेपेटाइटिस से हर साल विश्व भर में लाखों लोगों की मौत हो जाती है। यह एक ऐसी बीमारी है जो लीवर से संबंधित है और जो कि संक्रमण से फैलती है। डॉक्टर का कहना है कि ज्यादा एल्कोहल, शराब के सेवन से, खराब खानपान या कुछ दवाइयों के सेवन से भी हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ जाता है। हेपेटाइटिस होने पर लिवर में सूजन आ जाती है और अगर ज्यादा खराब हो जाता है तो हेपेटाइटिस से संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। अगर संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में लापरवाही करता है या ठीक से इलाज नहीं करवाता है तो भविष्य में स्थिति और अधिक गंभीर हो जाती है। तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
हेपेटाइटिस के कितने प्रकार होते हैं ?

 हेपेटाइटिस वायरस के पांच प्रकार होते हैं, जिसमें हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस डी, और हेपेटाइटिस ई शामिल है।इन सब में सबसे खतरनाक हेपेटाइटिस बी को माना गया है।
 भारत में हेपेटाइटिस की क्या स्थिति है?

 हर साल भारत में लाखों लोग इस बीमारी की वजह से अपना जान गवां बैठते हैं। इस बीमारी के लक्षण आसानी से समझ नहीं आती है। जिससे यह बीमारी धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेती है। हेपेटाइटिस बी का इंफेक्शन मनुष्य के लीवर को प्रभावित करता है। जिससे लिवर में सूजन आ जाती है।
हेपेटाइटिस बी के वैक्सीन के बारे में -

भारत में इस बिमारी को रोकने के लिए 1982 से देशभर में लोगों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। वैक्सीन लगाने के बाद लोगों में हेपेटाइटिस बी का खतरा 95% किया जा सकता है। भारत ने अभी तक इस बीमारी पर विजय हासिल नहीं की है। आज भी लोगों में हेपेटाइटिस बी का संक्रमण पाया जाता है।
हेपेटाइटिस बी के लक्षण क्या-क्या है

 हेपेटाइटिस बी के लक्षण शुरुआत में आसानी से समझ में नहीं आता है जोकि धीरे-धीरे गंभीर रूप लेने लगता है। इस बीमारी के लक्षण में शुरुआत में संक्रमित लोगों को अधिक थकान महसूस होता है, भूख नहीं लगता है, सिर दर्द, आंखों में पीलापन, उल्टी होना, पेट दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं। इस बीमारी के होने से लीवर में संक्रमण हो जाता है जिससे लीवर में सूजन आ जाती है।
 
Monkeypox vaccine IMVANEX, जाने मंकीपॉक्स वैक्सीन के निर्माण  के बारे में विस्तार से, और W.H.O ने इस पर क्या कहा है।

Monkeypox vaccine IMVANEX : यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने पिछले हफ्ते सिफारिश की थी कि यूरोपीय आयोग ने मंकीपॉक्स के खिलाफ सुरक्षा के रूप में इम्वैनेक्स वैक्सीन के मार्केटिंग के लिए अनुमति प्रदान की है। वैश्विक स्तर पर अगर देखें तो 75 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स के 16000 से अधिक के सामने आए हैं। इस वैक्सीन को डेनिश बायोटेक्नोलॉजी कंपनी बवेरियन नॉर्डिक द्वारा डिवेलप किया गया है।
 मंकीपॉक्स वायरस के बारे में

विश्व के कई सारे देशों में वर्तमान प्रकोप के रूप में मंकीपॉक्स के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इस बीमारी का संचरण मुख्य रूप से निकट शारीरिक संपर्क के माध्यम से होता है, जिसमें यौनसंपर्क भी शामिल है। इसके संक्रमण दूषित सामग्री जैसे लिनेन,  बिस्तर, इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ों के माध्यम से भी हो सकता है। जिसमें संक्रमण होते हैं। इम्वैनेक्स  एक गैर प्रतिकृति चेचक का टीका है। जिसे अमेरिकी सरकार के सहयोग से डेवलप किया गया है। ताकि प्रतिरक्षा में अक्षम व्यक्तियों सहित पूरी आबादी के लिए चेचक के टीके की सप्लाई सुनिश्चित की जा सके। इस टीके को कनाडा ( इमवाम्यून ) और यूएस ( जिन्नोस ) के रूप में मार्केटिंग में नियामक अनुमोदन प्राप्त हुआ है । जहां मंकीपॉक्स संकेत को शामिल करने के लिए अनुमोदन को बढ़ा दिया गया है, क्योंकि यह अभी तक का एकमात्र मंकीपॉक्स के लिए टीका है। 2013 में यूरोपीय आयोग द्वारा 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में चेचक के खिलाफ टीकाकरण के लिए इस टीके को मंजूरी दी गई थी।
इम्वैनेक्स वैक्सीन के बारे में

वर्तमान में मंकीपॉक्स भारत के साथ-साथ विश्व के कई देशों में फैल चुका है। जोकि बहुत खतरनाक वायरस है और अब तक विश्व के 75 से अधिक देशों में तेजी से फैल रहा है। अब तक विश्व भर में इसके 16 हजार से अधिक केस सामने आए हैं। भारत में भी इसके 4 मामले सामने आए हैं। इस बीच मंकीपॉक्स के इलाज और इससे लोगों को बचाने के लिए एक वैक्सीन को अनुमति दी गई है। यह अनुमति यूरोपियन यूनियन द्वारा दी गई है। यूनियन ने बवेरियन नॉर्डिक नामक कंपनी की ओर से बनाई गई इस टीका को अपने देश में इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।  इस वैक्सीन का नाम है इम्वैनेक्स है और इस बॉडी का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में मेडिसिनल प्रोडक्ट फॉर ह्यूमन यूज की ओर से इस टीका को लेकर पॉजिटिव साइड मिला था। इसके बाद कंपनी को इससे बनाने की मंजूरी दी गई है। यूरोपियन यूनियन का यह फैसला उन के सभी सदस्य देशों में मान्य होगा अर्थात यूरोपियन यूनियन के सभी सदस्य देश के नागरिक मंकीपॉक्स से बचाव के लिए नाम की इस वैक्सीन को लगवा सकते हैं।
मंकीपॉक्स को लेकर W.H.O ने क्या कहा है?
 इस फैसले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। अमेरिका ने इस वैक्सीन के लिए फंडिंग किया है इस कंपनी का कहना है कि मंकीपॉक्स के लिए निर्मित प्रोडक्शन को बढ़ाने की तैयारी चल रही है। वर्तमान में अमेरिका और कनाडा में पहले स्मॉल पॉक्स के इलाज के लिए मंजूरी दी गई थी। कंपनी ने यह जानकारी दी है की ओर से अमेरिका की ओर से पिछले दो दशकों से निर्माण के लिए निवेश कर रही है जिसे ही इसके निर्माण में संभव हुआ है।
 
World Tiger Day 2022, विश्व बाघ दिवस क्यों मनाया जाता है, जाने इसके इतिहास और महत्व के बारे में

World Tiger Day 2022: बाघों को संरक्षण प्रदान करने एवं उनकी विलुप्त हो रही प्रजाति को बचाने के लिए हर साल 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है। दुनिया भर में 29 जुलाई के दिन बाघों को संरक्षण प्रदान करने एवं इसके विषय में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है। बाघ भारत के राष्ट्रीय पशु है जिसके बावजूद भी भारत में साल 2010 के समय बाद विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गए थे।
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के बारे में

इस दिन दुनिया भर में मौजूद बाघों की आबादी के सामने आने वाले खतरे के बारे में लोगों को भी जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। बाघों के संरक्षण पर ध्यान देना एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि वह एक संतुलित इकोसिस्टम को बनाए रखने एवं उसकी रक्षा करने में बाघों की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अनुसार बाघ एक ऐसा जानवर है, जो शाकाहारी जानवर को मारकर धरती के इको सिस्टम में सामंजस्य बनाए रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। शाकाहारी आबादी का शिकार कर बाघों द्वारा वन और वनस्पति एवं जानवरों के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
 अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस का इतिहास क्या है

 साल 2010 में रूस में सेंट पीटर बर्ग टाइगर समिट में सबसे पहले बार विश्व बाघ दिवस मनाया गया था। टाइगर रेंज वाले कुल 13 देशों ने साल 2022 तक जंगली बाघों की आबादी को दोगुना करने का वैश्विक लक्ष्य बाघ दिवस पर तय किया था।
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस का महत्व क्या है

वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के अनुसार बीसवीं सदी की शुरुआत में लगभग 100000 थी जो कि साल 2010 में इसकी संख्या काफी कम होकर 3200 के आस पास पहुंच गई है इसलिए दुनिया भर में बाघों की आबादी को बचाना बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए इस विषय पर जागरूकता फैलाने एवं बाघों की विलुप्त हो रही है। बाघों की प्रजातियों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस बाघों के संरक्षण के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
 भारत में बाघों की आबादी क्या है
2018 की अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बाघों की आबादी 2967 है।
 
Rashtriya Khanij Puraskar 2022, राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार क्या है और इसे क्यों पेश किया गया है?
Rashtriya Khanij Puraskar 2022: केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय खनिज पुरुस्कार पेश किया गया है। यह पूरे देश में खनन को बढ़ावा देने के लिए और खनन में सुविधा प्रोवाइड करने के लिए एक राष्ट्रीय पुरस्कार लाया गया है। राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार 2022 उन राज्यों को प्रोत्साहित करने के लिए पेश किया गया है जो कि खनिज ब्लॉकों की खोज, नीलामी और संचालन के लिए पहल करते हैं। खनिजों की तीन कैटेगरी है जिन्हें राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार दिया जाएगा। साल 2018 से 2022 और 2020 से 2021 के लिए पुरस्कार रखा गया है और खनिज पर छठवें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान दिए गए हैं। जो कि 12 जुलाई 2022 को आयोजित किया गया था । विभिन्न राज्यों को पुरस्कार राशि के रूप में कुल ₹180000000 दिए गए  हैं जिसमें भारत के गुजरात राज्य को गृह मंत्री अमित शाह से गौण खनिजों की नीलामी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार दिया गया है।
 राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार 2022 की पुरस्कार राशि क्या थी ?
पहला स्थान तीन करोड़, दूसरा स्थान दो करोड़, तीसरा स्थान एक करोड़,
 राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार के बारे में

खनिज नीलामी के लिए राज्यों को प्रोत्साहन करने के लिए सरकार ने पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।
 जिन राज्यों में संभावित खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए उपलब्ध हैं उन्हें ₹2000000 दिए जाएंगे।
 खनिज ब्लॉक की प्रत्येक सफल नीलामी के लिए राज्यों को  2000000 रुपए दिए जाएंगे।
 नीलामी के लिए रखे गए प्रत्येक ब्लॉक के लिए अधिकतम ₹500000 की नीलामी आयोजित करने के लिए खान और खनिज पर छठे राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा उपरोक्त कैटेगरी में राज्यों के लिए कुल 21.02 करोड रुपए जारी किया गया है।
 राष्ट्रीय पुरस्कार 2022 सम्मेलन के बारे में
 मंत्रालय द्वारा 12 जुलाई 2022 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित हैं। केंद्रीय खान कोयला और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी एक दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था।
 
44th Chess Olympiad, क्या है 44वां चेस ओलंपियाड, जाने इसके बारे में विस्तार से


44th Chess Olympiad: भारत 44 वें चैस ओलंपियाड का आयोजन करने जा रहा है जो कि 28 जुलाई से 10 अगस्त तक तमिलनाडु के महाबलिपुरम के ममल्लापुरम के पुंजेरी गांव में आयोजित किया गया है।  यह गांव राजधानी चेन्नई से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है। जोकि यूनेस्को की विरासत स्थल की लिस्ट में शामिल है।
चैस थीम सॉन्ग क्या है ?

इस थीम सॉन्ग को भारत के जाने-माने संगीतकार ए .आर. रहमान ने  कंपोज किया है और गाया भी है और इस एंथम का नाम वणक्कम चेन्नई रखा गया है जिसका अर्थ है चेन्नई में आपका स्वागत है। इस वीडियो में तमिलनाडु की संस्कृति को दर्शाया गया है और इस थीम सॉन्ग में राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन भी नजर आए हैं। इससे पहले यह ओलंपियाड का रुस में आयोजित होने वाला था लेकिन रुस ने यूक्रेन पर हमला किया है जिसके चलते इसकी मेजबानी करने का अवसर भारत को दिया गया है। भारत ओलंपियाड का पहली बार मेजबानी कर रहा है और 30 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई एशियाई देश इसकी मेजबानी कर रहा हो 1992 में फिलीपीन्स ओलंपिक की मेजबानी की थी।
इस 44वें ओलंपियाड में कुल कितने देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया है?

चेन्नई में आयोजित 44वें में इंटरनेशनल चेस ओलंपियाड में कुल 188 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, अब तक के जितने भी ओलंपियाड आयोजित किए गए हैं उसमें इस साल पार्टिसिपेंट की संख्या अधिक है। यह प्रतियोगिता 1927 से लगातार आयोजित किया जा रहा है और भारत में इस ओलंपियाड को पहली बार आयोजित  किया गया है। जबकि एशिया 30 साल बाद इस खेल की मेजबानी करने जा रहा है।
इस 44वें ओलंपियाड में कौन से 2 प्रमुख देश भाग नहीं ले रहे हैं?
इस साल इस ओलंपियाड में रूस और चीन भाग नहीं ले रहे हैं और भारत से ओपन और वूमेन कैटेगरी में तीन तीन टीमें चेस खेलेगी। भारत के लिए आज 28 जुलाई का दिन बहुत खास है क्योंकि एक तरफ बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हो रही है जहां पर भारतीय खिलाड़ियों ने ओपनिंग सेरेमनी में हिस्सा लिया है। वहीं दूसरी तरफ तमिलनाडु के चेन्नई में चेस ओलंपियाड की 44 वें एडिशन की शुरुआत होने जा रही है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। चेन्नई में इस ओलंपियाड की खास तैयारी की गई है शहर में शतरंज के थीम से पूरे शहर को सजाया गया है। साथ ही इवेंट में भाग लेने वाले लोगों का तस्वीर बड़े-बड़े पोस्टरों में शहर में लगाया गया है। जिन पर नम्मा चेन्नई लिखा गया है।
 

29 July 2022

 

FDI in India 2022,कर्नाटक, महाराष्ट्र फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में सबसे ज्यादा एफडीआई रिपोर्ट करने वाले राज्य
 
FDI in India 2022: केंद्र सरकार के हालिया बयान अनुसार कर्नाटक और महाराष्ट्र फाइनेंशियल ईयर 2022- 2021 में भारत में सबसे अधिक एफडीआई रिपोर्ट करने वाले राज्य हैं।  कर्नाटक ने भारत में एफडीआई इक्विटी 37.55 परसेंट रिपोर्ट की है।   भारत में उच्चतम एफडीआई सिंगापुर से फाइनेंसियल ईयर 2021-2022 में 27.1 परसेंट FDI इक्विटी प्रवाह है।  सिंगापुर भारत के FDI  इक्विटी में टॉप देश के रूप में उभरे हैं, इसके बाद मॉरीशस में 15.98 परसेंट FDI,  नीदरलैंड में 7. 86 परसेंट रहा है, और स्विट्जरलैंड 7.31 परसेंट रिपोर्ट किया है।
 
भारत ने वैश्विक एफडीआई इनफ्लो रुझानों के साथ एनालिसिस के बाद (यूएनसीटीएडी) वर्ल्ड इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट (डब्ल्यूआईआर) के मुताबिक 2021 के लिए टॉप 20 होस्टिंग इकोनॉमिक्स में से सातवें स्थान पर अपनी स्थिति सुधारी है। भारत के विनिर्माण एरिया ने पिछले फाइनेनशियल ईयर 2021 की तुलना में लगभग 76 परसेंट यूएसडी बिलियन 21.34 बिलियन बढ़ाने के साथ हाईएस्ट एफडीआई प्रवाह रिपोर्ट किया है।
 
 
फाइनेंनशियल ईयर 2021 - 2022 में हाईएस्ट FDI इक्विटी इनफ्लो में 5 सेक्टर कौन है?
 
 
 कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर - 24.60%
 
 सेवा क्षेत्र ( बीमा, बैंकिंग, व्यवसाय आदि) 12.13%
 
 ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री 11.89 %
 
 ट्रेंडिंग  7.72 %
 
 निर्माण बुनियादी ढांचा गतिविधियां 5.52 परसेंट
 
 फाइनैंशल ईयर 2021 - 22 के दौरान उच्चतम एफडीआई प्रवाह के साथ कौन से पांच राज्यों ने अपना जगह बनाया है
 
 1.कर्नाटक 37.55 परसेंट
 
2. महाराष्ट्र 26.8
 
3. दिल्ली 13.93%
 
4.तमिलनाडु 5.10%
 
5.हरियाणा 4.76 %
 
इस लेख के बारे में

 
 भारत सरकार ने  कंस्ट्रक्शन, डिफेंस, नागरिक उड्डयन, टेलीकम्युनिकेशन, रिटेल बिजनेस, इंश्योरेंस, फार्मास्युटिकल्स, निर्माण और डेवलपमेंट सहित कई क्षेत्रों में अपनी पॉलिसी के अंतर्गत कई परिवर्तनकारी सुधारों को लागू किया है। भारत ने फाइनेनशियल ईयर 2021-22 के दौरान 101 देशों से एफडीआई की इंफॉर्मेशन दी है, जबकि फाइनेनशियल ईयर 2020-21 में 97 देशों के साथ रिपोर्ट की गई थी। भारत ने ऑटोमेटिक रूट के जरिए गैर महत्वपूर्ण एरिया में 100 परसेंट FDI की अनुमति दी है। जिसे गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी की जरूरत नहीं है। पूर्व सरकार की मंजूरी केवल रक्षा दूरसंचार मीडिया निजी सुरक्षा एजेंसियों नागरिक और उपग्रह संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक है।

 

 

Aircraft Carrier NS Vikrant, क्या है एयरक्राफ्ट कैरियर NS विक्रांत की खासियत और शक्ति
 
Aircraft Carrier NS Vikrant: देश की समुद्री ताकत को और  अधीक मजबूत करने के लिए स्वदेशी विमान वाहक पोत विक्रांत को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया है। कोचीन शिपयार्ड ने गुरुवार 28 जुलाई 2022 को स्वदेशी विमान वाहक पोत विक्रांत (एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत) को इंडियन नेवी को सौंपा है, इसे इंडियन नेवी के इनहाउस डायरेक्टरेट ऑफ नेवल डिजाइन डीएनडी की ओर से ने डिजाइन किया है और इसे 15 अगस्त तक नौसेना की बेड़ा में शामिल किया जाएगा। आईएनएस विक्रांत डिलीवरी के बाद भारत उन देशों के समूह में शामिल हो गया है, जिनके पास स्वदेशी तौर पर एयरक्राफ्ट कैरियर डिजाइन और निर्माण करने का क्षमता है।
 
 विक्रांत के बारे में
 
 भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत को नौसेना के बेड़े में 15 अगस्त तक शामिल किया जाएगा ।यह करीब 45000 टन के युद्धपोत को कोचीन शिपयार्ड ने नौसेना को दे दिया है। करीब 20,000 करोड़ रुपए की लागत से इसे तैयार किया गया है और इसका नाम भारत के पहले विमान वाहक पोत एयरक्राफ्ट कैरियर भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस विक्रांत पर रखा गया है, जिसे जिसने 1971 के जंग में भारत की सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
 
एयरक्राफ्ट कैरियर एन एस विक्रांत की खासियत क्या है
 
स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर एनएस विक्रांत 265 मीटर लंबा और 65 मीटर चौड़ा है। जिसमें 30 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर ले जाने की क्षमता है। यह 88 मेगा वाट बिजली, टोटल 4 गैस टरबाइन के माध्यम से इसका संचालन किया जाएगा। इसके निर्माण में 76 परसेंट स्वदेशी सामग्रियों का उपयोग किया गया है। यह मॉडल कैपेबिलिटी से लैस है और इसका निर्माण 2009 में शुरू हुआ था। साल 2013 में इसका इसे पहली बार लांच किया गया था और इस एनएस विक्रांत के निर्माण में बड़ी संख्या में करीबन 76 परसेंट स्वदेशी उपकरण और मशीनरी का प्रयोग किया गया है। 
 
विक्रांत की ताकत क्या है

 
इस साल देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और इस जश्न के अवसर पर आईएनएस विक्रांतको एक तरह से पुनर्जिवित किया गया है। समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित करने एवं बढ़ाने के लिए स्वदेशी क्षमताओं से निर्मित सरकार की ओर से इसके निर्माण में एक ठोस कदम है। एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत को मशीनरी संचालन और नेविगेशन की क्षमता के साथ बनाया गया है। यह MIG-29 लड़ाकू जेट, कामोव 31 mh-60r मल्टीपरपज हेलीकॉप्टरों की उड़ान के लिए सक्षम है और इसकी हाईएस्ट स्पीड 28 समुद्री मील होगी।

 

Bank Holiday August 2022,जाने अगस्त में पड़ने वाले बैंक छुट्टियों के बारे में विस्तार से
 
Bank Holiday August 2022: देश के सभी पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के लिए छुट्टियों से भरा एक महीना तैयार है, क्योंकि अगस्त महीने में बहुत सारे तीज त्यौहार पढ़ रहे हैं। वही पिछले महीने केवल 14 बैंक हॉलिडे थे और इस बार अगस्त में 18 बैंक हॉलिडे दिया गया है। 2 दिन बाद अगस्त का महीना शुरू होने वाला है और इसके लिए बैंक द्वारा दी जाने वाली अगस्त महीने में हॉलीडे लिस्ट तैयार की गई है। तो आइए जानते हैं कौन कौन से दिन कर्मचारियों को मिलेगा छुट्टी।
 
 भारतीय रिजर्व बैंक बैंक की छुट्टियों को तीन कैटेगरी में  बांटता है। जिसमें परक्राम्य लिखत अधिनियम, अवकाश, वास्तविक समय, सकल निपटान अवकाश और बैंकों के खाते बंद करना शामिल है जिसमें से नेगोशिएशन इंस्ट्रूमेंट एक्ट के अंतर्गत हॉलिडे कैटेगरी में सबसे ज्यादा छुट्टियां होती है। देशभर में बैंक 15 अगस्त को बंद रहते हैं जो कि इस बार अगले महीने के सोमवार को पड़ने वाला है। आरबीआई द्वारा अगस्त 2022 में बैंक द्वारा बैंक छुट्टियों की पूरी लिस्ट यहां पर दी गई।
 
1 अगस्त: द्रुक्पा त्शे-ज़ी — गंगटोक
 
 
8 अगस्त: मुहर्रम  - जम्मू, श्रीनगर
 
 
9 अगस्त: मुहर्रम   - अगरतला, अहमदाबाद, आइजोल, बेलापुर, बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना, रायपुर और रांची
 
 
11 अगस्त: रक्षा बंधन - अहमदाबाद, भोपाल, देहरादून, जयपुर और शिमला
 
 
12 अगस्त: रक्षा बंधन-कानपुर और लखनऊ
 
 
13 अगस्त: देशभक्त दिवस - इम्फाल
 
 
15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस - पूरे भारत में
 
 
16 अगस्त: पारसी नव वर्ष (शहंशाही) - बेलापुर, मुंबई और नागपुर
 
 
18 अगस्त: जन्माष्टमी - भुवनेश्वर, देहरादून, कानपुर और
 
 
19 अगस्त: जन्माष्टमी/कृष्ण जयंती - अहमदाबाद, भोपाल, चंडीगढ़, चेन्नई, गंगटोक, जयपुर, जम्मू, पटना, रायपुर, रांची, शिलांग और शिमला
 
 
20 अगस्त: श्री कृष्ण अष्टमी — हैदराबाद
 
 
29 अगस्त: श्रीमंत शंकरदेव की तिथि — गुवाहाटी
 
 
31 अगस्त: संवत्सरी (चतुर्थी पक्ष)/गणेश चतुर्थी/वरसिद्धि विनायक व्रत/विनायक चतुर्थी – अहमदाबाद, बेलापुर, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, नागपुर और पणजी
 
 
 
 इसके अलावा, सात वीकेंड की छुट्टियां हैं, जिनमें से एक पैट्रियट्स डे के साथ क्लैशिंग है, जहां पूरे देश में बैंक बंद रहेंगे। इनका उल्लेख नीचे किया गया है।
 
सप्ताहांत की छुट्टियों की सूची
 

 
 
7 अगस्त: पहला रविवार
 
 
13 अगस्त: दूसरा शनिवार + देशभक्त दिवस
 
 
14 अगस्त: दूसरा रविवार
 
 
21 अगस्त: तीसरा रविवार
 
 
27 अगस्त: चौथा शनिवार
 
 
28 अगस्त: चौथा रविवार

 

 

30-July-2022

 
Green Energy Project , 5200 करोड़ की ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट कौंन सी और क्या हैं, जाने इसके विषय में विस्तार से
Green Energy Project  : आज 30 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य कार्यक्रम में भाग लिया है एवं इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना को लांच करेंगे। पीएम मोदी एनटीपीसी की विभिन्न ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट का शिलान्यास एवं लोकार्पण करेंगे और प्रधानमंत्री नेशनल सोलर रूट रूफटॉप पोर्टल का भी लॉन्च करेंगे। केंद्र सरकार ने बिजली क्षेत्र में कई पहलों की शुरुआत की है और इन पहलों से देश के कई क्षेत्रों में बहुत बदलाव एवं सुधार हुआ है। लगभग 18000 गांवों को बिजली मिली है जिनके पास पहले बिजली की सुविधा नहीं थी।
 
पुनर निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का उद्देश्य क्या है?
 प्रधानमंत्री बिजली मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम पुनर निर्मित वितरण क्षेत्र योजना को भी लॉन्च करेंगे जिसका उद्देश्य डिस्कॉम कंपनियों और बिजली विभागों की परिचालन क्षमता तथा वित्तीय फाइनेंसर स्टेटस में सुधार करना है।
 
  इन प्रोजेक्ट को क्यों लांच किया जा रहा है?
 
 फाइनैंशल ईयर 2021-2022 से फाइनैंशल ईयर 2025 - 2026 तक 5 सालों के अवधि के लिए 300000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से इन योजनाओं को लॉन्च करने का उद्देश्य यह है कि बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए डिस्कॉम कंपनियों को फाइनेंसियल हेल्प प्रोवाइड किया जा सके, ताकि उपभोक्ताओं के लिए सप्लाई की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार किया जा सके एवं इसका उद्देश्य परिचालन क्षमता में सुधार करके 2024- 25 तक AT&C के नुकसान को 12 से 15 परसेंट तक के अखिल भारतीय स्तर और एसीएस-एआरआर के अंतरों को शून्य तक कम किया जा सके इसके लिए सभी प्राइवेट सेक्टर की डिस्कॉम कंपनियों और बिजली विभागों की फाइनेंसियल स्टेटस में सुधार करने का लक्ष्य तय किया गया है।
 
 राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल क्या है पोर्टल क्या है
 
 इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी 5200 करोड़ रुपए से अधिक की एनटीपीसी की अलग-अलग एनर्जी प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे इसके साथ-साथ तेलंगाना के 100 मेगा वाट रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट और केरल के 92 मेगा वाट का एक फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट को लॉन्च करेंगे वे राजस्थान में 735 मेगा वाट की प्रोजेक्ट लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट और गुजरात में नेचुरल गैस के साथ ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। रामागुंडम प्रोजेक्ट भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी प्रोजेक्ट में से एक है। जिसमें 4.5 लाख मेड इन इंडिया सोलर पीवी माड्यूल शामिल है। इसके बाद दूसरी कायमकुलम सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी प्रोजेक्ट है। जिसमें पानी पर तैरते 300000 मेड इन इंडिया सोलर पीवी पैनल शामिल है।
 जैसलमेर से लेकर लद्दाख तक कौन सी प्रोजेक्ट लॉन्च की जाएगी
 
राजस्थान के जैसलमेर के नोख में 735 मेगा वाट की सोलर पीवी प्रोजेक्ट डोमेस्टिक कंपोनेंट की आवश्यकताएं पर आधारित भारत की सबसे बड़ी सोलर प्रोजेक्ट है। जिसमें एक ही स्थान पर 1000 मेगा वाट पैनल है और इसमें ट्रैकर सिस्टम के साथ क्षमता से युक्त दो तरफ वाले पीवी मॉड्यूल लगे हैं। लेह लद्दाख में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट एक पायलट प्रोजेक्ट है जिसका उद्देश्य लेह और उसके आसपास 5 फ्यूल सेल बसों का परिचालन करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल को भी लॉन्च करेंगे जोकि इसकी स्थापना का प्रोसेस ऑनलाइन ट्रैकिंग को और अधिक सक्षम करेगा। जिसमें एप्लीकेशन सबमिट करने से लेकर आवासीय उपभोक्ताओं के बैंक अकाउंट में सिस्टम की स्थापना और निरीक्षण के बाद सब्सिडी जारी करना है जैसे कार्य शामिल हैं।  इस साल देश आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है जिसके अंतर्गत 25 से 30 जुलाई तक देश में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य पावर बी 27 का कार्यक्रम आयोजन किया गया है। देशभर में इस आयोजित कार्यक्रम में पिछले 8 सालों में बिजली के क्षेत्र में हुए परिवर्तन को प्रेजेंट किया गया एवं इसमें सरकार नागरिकों को उन विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रम और पहलों के बारे में लोगों को जागरूक करेगी एवं उनकी भागीदारी को सुधार कर उन्हें इस क्षेत्र में सशक्त बनाएगी।
 
 
World Day Against Trafficking, तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस क्या है और इस साल इसके लिए क्या थीम तय किया गया है
 
World Day Against Trafficking : विश्व में तस्करी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 30 जुलाई को विश्व तस्करी दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य विश्व के लोगों को तस्करी के अपराध के विषय में जागरूक एवं शिक्षित करना है। जिसमें महिलाओं और बच्चों को जबरन मजदूरी श्रम और सेक्स जैसे दुखद कामों के लिए उनका शोषण किया जाता है। दुनिया भर में हर साल यह तस्करी यौन शोषण या जबरन मजबूरी द्वारा 25 मिलियन से अधिक पीड़ित बच्चों एवं महिलाओं का शोषण अपराधिक राजस्व में 150 बिलियन डॉलर से अधिक उत्पन्न करता है। यह एक व्यापक सुरक्षा मुद्दे का प्रतिनिधित्व करता है। भ्रष्टाचार और आतंकवाद जैसे गंभीर समस्याओं को बढ़ावा देता है।
तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस पर 2020 के लिए क्या थीम रखा गया है?
 इस साल का थीम ‘‘प्रद्यौगिकी का उपयोग और दुरुपयोग’’ एक उपकरण के रूप में प्रद्यौगिकी की भूमिका क्या होती है? इस पर केंद्रित किया गया है। जो कि मानव तस्करी को सक्षम और बाधित दोनों कर सकता है।
 व्यक्तियों की तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस का महत्व क्या है
 मानव तस्करी विश्व में एक ऐसा अपराध है जिसमें महिलाओं बच्चों और पुरुषों का विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए तस्करी कर, उनका शोषण किया जाता है। जैसे उनसे जबरन मजदूरी करवाना या महिलाओं का यौन शोषण करना। संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर में पाए गए तस्करी के लगभग 225000 पीड़ितों के बारे में जानकारी एकत्र कि हैष यह जानकारी दी गई थी विश्व स्तर पर तस्करी के अधिक मामलों का पता लगाया जा रहा है और तस्करियों को दंडित भी किया जा रहा है।
 
व्यक्तियों की तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस का इतिहास क्या है
 2010 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लोगों की तस्करी से निपटने के लिए वैश्विक कार्य योजना को अपनाया था जिसमें दुनिया भर की सरकारों ने इस संकट को रोकने एवं हराने के लिए लगातार प्रयास करने का आग्रह किया था। इस योजना का उद्देश्य विश्व भर में मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई को संयुक्त राष्ट्र के व्यापक कार्यक्रमों में एकीकृत करना था। पूरे दुनिया में महिलाओं पुरुषों एवं बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वैश्विक कार्य योजना पर काम करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया था। जिसमें सदस्य राज्यों ने एक संकल्प ए/आरईएस/68/192 अपनाया और 30 जुलाई को विश्व व्यक्तियों की तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस मनाने के लिए इस दिन को नामित किया था। इस प्रस्ताव में इस बात पर जोर दिया गया है कि यह दिन मानव तस्करी के शिकार के लोगों के स्थिति के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना और उनके अधिकारों के लिए प्रचार और संरक्षण करने के बात पर जोर देना था।
 
 
Punjab Khede Fair ,पंजाब खेड़े मेला क्या जाने इसके विषय में विस्तार से
 
Punjab Khede Fair : पंजाब में पंजाब खेल विभाग पंजाब खेड़े मेले की होस्टिंग करने जा रहा है। जिसमें 14 से 60 साल के बीच के प्रतियोगियों के लिए आयु वर्गों में 30 खेल गतिविधियां शामिल की गई है। इस आयोजन का लक्ष्य  लोगों के बीच छुपे हुए प्रतिभागिओं के प्रतिभाओं को खोजना है। खेलों के लिए एक स्वस्थ वातावरण तैयार करना और खेल के प्रति लोगों के बीच जन जागरूकता फैलाना है। पूर्व में आयोजित अंडर-14 अंडर-17 और अंडर 17 से 25 आयु वर्ग के अलावा 25 से 40, 40 से 50 और 50 से 60 साल के आयु वर्ग में लोगों के लिए प्रतियोगिताएं तय की गई है।
इस लेख के मुख्य बिंदु
 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पंजाब खेड़ मेला जो ब्लॉक से राज्य स्तर तक होगा। ऑफीशियली इस पंजाब खेड़े को शुरू किया जाएगा। खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने चंडीगढ़ में इस आयोजन की घोषणा की है। खेल मंत्री के अनुसार खेल मेला का उद्घाटन और समापन दोनों समारोह में वर्तमान मुख्यमंत्री भगवंत मान मौजूद रहेंगे। खेल मंत्री के मुताबिक खेल मेले में 3,00,000 पंजाबी एथलीटों के भाग लेने की उम्मीद बताई जा रही है। इस मेले में खेल आयोजनों के विजेताओं को उनके विशेष खेल में ग्रेड दिए जाएंगे और उन्हें राज्य स्तर के विजेताओं को कुल ₹5,0000000 का प्रमाण पत्र और मौद्रिक पुरस्कार दिया जाएगा ।
इस मेले में कौन कौन से खेल खेले जाएंगे?
एथलेटिक्स, भारोत्तोलन, बैडमिंटन, क्रिकेट, साइकिल रेस, निशानेबाजी, तीरंदाजी, तलवारबाजी, जिमनास्टिक, रोइंग फुटबॉल, सॉफ्टबॉल, हॉकी, नेटबॉल, हैंडबॉल, किकबॉक्सिंग, तीरंदाजी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल,गतका, टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, बॉक्सिंग, स्विमिंग, कुश्ती और रस्साकशी जैसे महत्वपूर्ण खेल इस खेल मेले में शामिल है। जिनके लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी
 
 इस लेख से जुड़े महत्वपूर्ण  प्रश्न उत्तर
 पंजाब के मुख्यमंत्री कौन हैं ?
भगवंत मान ।
पंजाब के खेल मंत्री कौन है ?
गुरमीत सिंह ।
पंजाब में आयोजित खेल मेले में कितने से कितने वर्ष आयु वर्ग के लोग प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं?
 14 से 60 वर्ष के प्रतियोगी इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं ।
खेड़ मेला कौन से स्तर में आयोजित किया गया है?
 खेड़ मेला ब्लॉक से राज्य स्तर में आयोजित किया गया है।
 खेल मंत्री के अनुसार इस मेले में कितने प्रतिभागियों एवं एथलीटों की भाग लेने की उम्मीद जताई गई है ?
300000 पंजाबी एथलीटों के भाग लेने की उम्मीद इस मेले में जताई गई है।
 विजेताओं को क्या पुरस्कार दिया जाएगा ?
विशेष खेलों में ग्रेड दिए जाएंगे और राज्य स्तर के विजेताओं को कुल 5 करोड़ रुपए का प्रमाण पत्र और मौद्रिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
 इस मेले में कितने खेल गतिविधियां शामिल होंगी?
 इस खेल मेले में 30 खेल गतिविधियां शामिल होंगी।
 
 
 
What is Cryptojacking,क्रिप्टोजैकिंग क्या है, जाने इसके बारे में विस्तार से
What is Cryptojacking : हालिया रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोजैकिंग ( एक साइबर क्राइम हमला) 2022 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भले ही इस बार डिजिटल संपत्ति की संख्या में कमी आई हो, 2022 की पहली छमाही में विश्व वैश्विक ग्लोबल क्रिप्टोजैकिंग की संख्या में 2021 की तुलना में लगभग 65 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी रिपोर्ट की गई है।
 
 क्रिप्टोजैकिंग क्या है
यह एक प्रकार का साइबर क्राइम है जिसमें हैक किए गए कंप्यूटर के जरिए क्रिप्टो करेंसी का चोरी यह खनन किया जाता है। इसके कारण साइबर क्राइम क्रिप्टो माइनिंग मैलवेयर डिवेलप और वितरित कर रहे हैं। जब मेल वेयर एक छेड़छाड़ किए गए डिवाइस पर लोड हो जाता है तो यह नए कॉइंन्स का निर्माण करने लगता है। जिसके बाद यह वेब ब्राउज़र ब्राउज़र के एक्सटेंशन में  भेद्यताएं पैदा करता है।
क्रिप्टोजैकिंग के बारे में
 
साइबर क्रिमिनल क्लाउड पर अटैक करके के लिए Log4j  भेद्यता का यूज कर रहे हैं। रैंसमवेयर या किसी अन्य प्रकार के साइबर क्राइम की तुलना में क्रिप्टोजैकिंग कम जोखिम वाला अटैक है। फाइनेंनशियल इंडस्ट्री को कई क्रिप्टोजैकिंग हमला का सामना करना पड़ रहा है। हमला होने वाले व्यक्ति को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उनके कंप्यूटर नेटवर्क से किसी ने छेड़छाड़ कर ली है या पहले ही इस पर छेड़छाड़ किया जा चुका है। हाल ही में हुए रिसर्च से यह पता चला है कि अटैक ने पिछले कुछ महीनों में अपनी फेवरेट लक्ष्य चेंज कर लिए हैं। यह सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों से रिटेल और फाइनैंशल एरिया की ओर बढ़ गया है। फाइनेनशियल एरिया में क्रिप्टोजैकिंग हमलों में 200 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। टेक्नोलॉजी क्षेत्र में वर्तमान में हुए डेवलपमेंट के साथ यह और आकर्षक होते जा रहे हैं। इस प्रकार निवेशक को क्रिप्टो की स्थिरता को समझना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वह इस तरह के घोटालों घोटालों या अटैक से कैसे बचें और कैसे शिकार ना हो।
 
International Friendship Day2022,  अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस क्यों मनाया जाता है, जाने इसके इतिहास और महत्व के बारे में
International Friendship Day2022 : हर साल 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मित्रता दिवस मनाया जाता है और इस दिवस को पहली बार 1958 में मैत्री धर्मयुद्ध एक अंतरराष्ट्रीय नागरिक ऑर्गनाइजेशन द्वारा प्रस्तावित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस लोगों के बीच शांति और सामाजिक सद्भावना को बढ़ाने में लोगों की एवं समाज देश और राष्ट्र की सहायता करता है। भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों में भी अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। जो कि इस साल 7 अगस्त 2022 को भारत में फ्रेंडशिप डे मनाया जाएगा।
 
 अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस का महत्व क्या है?
 

 अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस या इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे यूनेस्को द्वारा शांति की संस्कृति को मूल्य दृष्टिकोण और व्यवहारों के एक ग्रुप के रूप में डिफाइन करने के प्रस्ताव पर बेस्ड है। जो हिंसा को स्वीकार करता है और समस्याओं को हल करने की दृष्टि से उनके मूल कारणों को संबोधित करके संघर्षों को रोकने का प्रयास करते हैं।
 
 अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस का इतिहास क्या है?
 अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस का इतिहास संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2011 में इस दिवस को मनाने का घोषणा इस विचार के साथ किया गया था कि लोगों देशों संस्कृतियों और व्यक्तियों के बीच मित्रता शांति के एक मुख्य प्रयासों को प्रेरित करने में सहायता करेगी, और समुदायों के बीच एक मजबूत सेतु का निर्माण करने में सक्षम होगी। इस प्रस्ताव में युवा लोगों को भविष्य के नेताओं के रूप में सामुदायिक गतिविधियों में शामिल करने पर जोर दिया गया है जिसमें विश्व की विभिन्न संस्कृतियों शामिल है और विविधता के लिए अंतरराष्ट्रीय समझ और सम्मान को बढ़ावा देती है।
 
 
Important Days And Dates in August 2022, अगस्त माह में पड़ने वाले महत्वपूर्ण राष्ट्रीय औऱ अंतराष्ट्रीय दिवस

 
Important Days And Dates in August 2022 : 2022 में पड़ने वाला अगस्त का महीना भारतीय संस्कृतियों और ऐतिहासिक महत्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस महीने में महत्वपूर्ण  तीज त्यौहार के साथ-साथ ऐतिहासिक पर्व  पड़ने वाले हैं जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के सामान्य ज्ञान के विस्तार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए अगस्त 2022 में अंतरराष्ट्रीय और भारतीय स्तर पर महत्वपूर्ण दिनों पर इस लेख में लिस्ट तैयार किया गया है। इस लेख में अगस्त माह में पड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिन एवं डेट के बारे में विस्तार से बताया गया है जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवारों को उनकी तैयारियों के लिए सहायता करेगा।
 
 अगस्त साल का आठवां महीना है और इस महीने में दुनिया भर के कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं घटी हुई हैं। जैसे कि हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बमबारी से लेकर भारत की आजादी तक पूर्व में अगस्त में ऐसे कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं घटी हुई है। तो आइए जानते हैं कि अगस्त में कौन-कौन से महत्वपूर्ण दिन और तिथि है जिसे प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जा सकता है।


 अगस्त माह में पड़ने वाले महत्वपूर्ण राष्ट्रीय औऱ अंतराष्ट्रीय दिवस
 1 अगस्त वर्ल्ड वाइड वेब डे
1 अगस्त यॉर्कशायर डे
1 से 7 अगस्त विश्व स्तनपान सप्ताह
6 अगस्त हिरोशिमा डे
 7 अगस्त फ्रेंडशिप डे
7 अगस्त राष्ट्रीय हथकरघा दिवस
 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन की एनिवर्सरी
9 अगस्त क्रांति दिवस
9 अगस्त नागासाकी डे
9 अगस्त विश्व को स्वदेशी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस
11 अगस्त रक्षाबंधन
 12 अगस्त अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस
12 अगस्त विश्व हाथी दिवस
 14 अगस्त पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त भारत में स्वतंत्रता दिवस
19 अगस्त विश्व फोटोग्राफी डे
20 अगस्त विश्व मच्छर दिवस
20 अगस्त सद्भावना दिवस, दास व्यापार और उन्मूलन के लिए
 23 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस
 26 अगस्त महिला समानता दिवस
26 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस
 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस
 29 अगस्त तेलुगु भाषा दिवस
 30 अगस्त लघु उद्योग दिवस स्मॉल इंडस्ट्री डे
 30 अगस्त जन्माष्टमी
31 अगस्त मलेशिया राष्ट्रीय दिवस
महत्वपूर्ण दिनांक की टेबल
 
S.N दिनांक दिवस
1 1 अगस्त वर्ल्ड वाइड वेब डे
2 1 अगस्त यॉर्कशायर डे
3 1 से 7 अगस्त विश्व स्तनपान सप्ताह
4 6 अगस्त हिरोशिमा डे
5 7 अगस्त फ्रेंडशिप डे
6 7 अगस्त राष्ट्रीय हथकरघा दिवस
7 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन की एनिवर्सरी
8 9 अगस्त क्रांति दिवस
9 9 अगस्त नागासाकी डे
10 9 अगस्त विश्व को स्वदेशी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस
11 11 अगस्त रक्षाबंधन
12 12 अगस्त अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस
13 12 अगस्त विश्व हाथी दिवस
14 14 अगस्त पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस
15 15 अगस्त भारत में स्वतंत्रता दिवस
16 19 अगस्त विश्व फोटोग्राफी डे
17 20 अगस्त विश्व मच्छर दिवस
18 20 अगस्त सद्भावना दिवस, दास व्यापार और उन्मूलन के लिए
19 26 अगस्त महिला समानता दिवस
20 26 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस
21 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस
22 29 अगस्त तेलुगु भाषा दिवस
23 30 अगस्त लघु उद्योग दिवस स्मॉल इंडस्ट्री डे
24 30 अगस्त जन्माष्टमी
25 31 अगस्त मलेशिया राष्ट्रीय दिवस
 
 
 

31-July-2022

 
 
Rangers Day 2022, रेंजर्स दिवस, क्यों और कब मनाया जाता है, जाने इसके इतिहास और महत्व के बारे में

Rangers Day 2022: हर साल 31 जुलाई को विश्व रेंजर दिवस मनाया जाता है। इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन ने प्रकृति के संरक्षण में पार्क रेंजर्स के योगदान का सम्मान करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। विश्व रेंजर दिवस उनके वनों में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों एवं उनके समर्थन करने का अवसर प्रोवाइड करता है। जो कि पर्यावरण अभियान से लेकर शिक्षा तक है। यह दिन ड्यूटी के दौरान अपनी जान गवाने वाले उन सभी रेंजरों को श्रद्धांजलि देने का एक अवसर के रूप में भी इस दिन को मनाया जाता है।
 रेंजर्स कौन होते हैं ?

एक रेंजर एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे पार्कों और अन्य प्राकृतिक रूप से संरक्षित संस्थानों एवं स्थानों के रखरखाव और रखवाली का काम सरकार द्वारा सौंपा जाता है। फुटपाथ, पुल, स्टाइल और गेट बनाए रखने के लिए रेंजर्स आमतौर पर स्टाफ कर्मियों और अन्य स्वयंसेवकों के साथ सहयोग करते हैं। वे अपना अधिकांश समय बाहर में व्यतीत करते हैं और राष्ट्रीय उद्यान प्राधिकरण की आंखों और कान के रूप में कार्य करते हैं। वे स्थानीय लोगों और पर्यटकों के साथ-साथ राष्ट्रीय उद्यान अधिकारियों के संपर्क के साथ काम करते हैं ।
विश्व रेंजर दिवस का इतिहास क्या है

1992 में इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन की स्थापना की गई थी। SCRA (स्कॉटिश कंट्रीसाइड रेंजर्स एसोसिएशन), CMA (कंट्रीसाइड मैनेजमेंट एसोसिएशन), और ANPR (यूएस एसोसिएशन ऑफ नेशनल पार्क रेंजर्स), जो वेल्स और इंग्लैंड में रेंजर्स का प्रतिनिधित्व करते हैं,   यह सभी एक साथ आए और इसका स्थापना हुआ। इस समझौते का उद्देश्य विश्व की संस्कृति और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने में दुनिया भर में रेंजर द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों के विषय में लोगों को जागरूक करना और सार्वजनिक समर्थन को बढ़ाना था। पहला विश्व रेंजर दिवस 2007 में मनाया गया था जब आईआरएस की स्थापना एनिवर्सरी का प्रतिनिधित्व किया गया था।
 
Chief Minister Mahtari Nyay Rath Yatra,मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथयात्रा क्या है, जाने इसके बारे में विस्तार से

Chief Minister Mahtari Nyay Rath Yatra: छत्तीसगढ़ राज्य में प्रदेश की महिलाओं को उनके कांस्टीट्यूशनल राइट्स और कानूनों के बारे में शिक्षित करने के लिए छत्तीसगढ़ महिला आयोग मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथयात्रा की मेजबानी करेगा। हरेली तिहार छत्तीसगढ़ के पहले पर्व के उत्सव के अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ की स्थापना किया है। शॉर्ट फिल्मों, मैसेजेस और बुक्स के माध्यम से लोगों को महिलाओं की कानूनी सुरक्षा और उनके संवैधानिक अधिकार (कांस्टीट्यूशनल राइट्स)
 के बारे में सभी महिलाओं और बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए सभी जिले का दौरा करेगा।
 इस लेख के मुख्य बिंदु
 हर रथ पर दो वकील सवार होंगे जो महिलाओं की शिकायतें सुनेंगे और उन्हें जानकारी एवं सलाह देंगे।
 इन गाड़ियों के माध्यम से महिलाएं अपनी शिकायतों के समाधान के लिए महिला आयोग में आवेदन कर सकेंगे ।
राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त निर्देशात्मक शॉर्ट फिल्म हिंदी और छत्तीसगढ़ी में बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन पर भी दिखाई जाएंगी, जिससे महिलाएं शिक्षित होने में सक्षम हो पाएगी।
 माहतारी न्याय रथ के लिए राज्य सरकार ने बीएमएस पॉलिसी में विशिष्ट समायोजन किया है।
 डीएम के पैसे से जिला न्याय रथ का संचालन किया जाएगा।
 राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमई नायक के अनुसार प्रत्येक महिला चाहे वह महिला शिक्षित हो या अशिक्षित हो, महिला को आयोग के साथ-साथ उन पर लागू होने वाले कानूनों और विनियमन के साथ-साथ उनके कानूनी और संवैधानिक अधिकार के विषय में पता होना बहुत महत्वपूर्ण है।
 हरेली त्यौहार के अवसर पर महिलाओं के बीच राज्य सरकार कानूनी ज्ञान को बढ़ाने के लक्ष्य के साथ मुख्यमंत्री महतारी न्याय की शुरुआत की है।
 
Gujarat Semiconductor Policy,गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी क्या है जिसे गुजरात सरकार ने देश में सबसे पहले लागु किया है


Gujarat Semiconductor Policy:गुजरात सरकार ने 5 साल की अवधि के दौरान राज्य में कम से कम 2,00,000 नए एंप्लॉयमेंट के अवसर को पैदा करने की दृष्टि से एक समर्पित गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022 से 2027 की घोषणा की है। गुजरात सरकार ने एक सैमीकॉन सिटी डेवलप करने का भी फैसला लिया है। जो कि धोलेरा विशेष इन्वेस्टमेंट एरिया का हिस्सा होगा, राज्य सरकार की प्रेस रिलीज में यह कहा गया है कि भारत सरकार की डिजाइन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत स्वीकृत प्रोजेक्ट नई पॉलिसी के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए प्रात्र नहीं होगी।
 इस लेख के मुख्य बिंदुओं के बारे में

 सेमीकंडक्टर्स या डिस्प्ले फेब्रिकेशन मैन्युफैक्चरिंग में इन्वेस्टमेंट करने के इच्छुक एंटरप्रेन्योर्स के लिए राज्य सरकार बिजली, जमीन और पानी के टैरिफ पर भी सब्सिडी प्रोवाइड करेगी।

 वर्तमान सरकार का प्राइमरी उद्देश्य गुजरात को इलेक्ट्रानिक सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग इको सिस्टम के डेवलपमेंट में आगे करना है।

 रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात पॉलिसी इन इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन नीतियों के तहत किए गए इन्वेस्टमेंट के महत्वपूर्ण हिस्से को गुजरात की और निर्देशित करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

पॉलिसी आईएसएम के अंतर्गत अनुमोदित प्रोजेक्ट के लिए केंद्र द्वारा दी गई पूंजीगत व्यय सहायता के 40 परसेंट पर अतिरिक्त कैपिटल हेल्थ प्रोवाइड करेगी।

 सेमीकंडक्टर पॉलिसी एक प्रोजेक्ट, सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्रिकेशन को हेल्प प्रोवाइड करेगी।
 
 
 
Kantar Annual Report 2022,  कांटार वार्षिक रिपोर्ट क्या है, जाने भारत के रैंकिंग के बारे में

Kantar Annual Report 2022 :  कांटार  इंडिया के एनुवल ब्रांड फुटप्रिंट अध्ययन के अनुसार स्थानीय रूप से उत्पादित बिस्किट ब्रांड पार्ले 2021 में भारत में सबसे तेजी से बढ़ते उपभोक्ता सामानों में से सबसे लोकप्रिय ब्रांड रहा है। जो कि लगातार 11 सालों से इस  रैंकिंग में टॉप स्थान पर बना हुआ है। उपभोक्ता पहुंच बिंदुओं (कंजूमर रीच पॉइंट) के आधार पर रिपोर्ट में उन एफएमसीजी ब्रांडो का मूल्यांकन किया गया है, जिन्हें कंजूमर  द्वारा 2021 में  सबसे ज्यादा खरीदा गया है। सीआरपी के मूल्यांकन ग्राहकों द्वारा की गई वास्तविक खरीदारी और एक निश्चित साल के दौरान होने वाली नियमितता के आधार पर किया जाता है। दूसरे शब्दों में अगर कहे तो सीआरपीएफ ब्रांड की व्यापक अपील को उसकी पैठ के बेस्ड पर मापता है और कंजूमर इसके बारे में क्या और कैसा महसूस करता है, इस आधार पर वे किसी भी प्रोडक्ट को कितने बार खरीदते हैं। इन सभी को रिसर्च कर रिपोर्ट तैयार करता है।
 इस लेख से जुड़े प्रमुख बिंदु

पारले के बाद इस लिस्ट में अन्य टॉप ब्रांड में अमूल, ब्रिटानिया, क्लीनिक प्लस और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट लगातार बने हुए हैं। लगातार दसवें साल का रिकॉर्ड तोड़कर पार्ले 6531 मिलन के सीआरपी स्कोर के साथ पहले स्थान पर बना हुआ है ।

पार्ले के अनुसार सीआरपी में पिछले साल की तुलना में 14 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल के समान समय की तुलना में इस साल का रैंक अमूल की सीआरपी में 9% की बढ़ोतरी की है। जबकि ब्रिटानिया ने 14 परसेंट की बढ़ोतरी की है। पैकेज्ड सामानों के  ब्रांडों में हल्दीराम 24वें नंबर पर पहुंचकर अरबों की सीआरपी में शामिल हो गया है। अनमोल केक और बिस्कुट का ब्रांड भी सीआरपी क्लब में पहुंच गया है।

 दूसरी महामारी के लहर के बाद गतिशीलता में बढ़ोतरी के कारण अधिक ब्रांडो ने 2020 की तुलना में 2021 में सीआरपी में बढ़ोतरी की है।
 कांटार ग्रुप के बारे में

 कांटार  ग्रुप लंदन इंग्लैंड में स्थित एक डेटा एनालिटिक्स और ब्रांड कंसलटेंसी फर्म है। यह 1992 में स्टेब्लिश किया गया था। अब सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, विज्ञापन प्रभावशीलता, उपभोक्ता और दुकानदार के व्यवहार एवं सार्वजनिक राय जैसे रिसर्च विशिष्टताओं की एक सीरीज में दुनिया भर में लगभग 30000 लोगों को रोजगार देता है। कांटार की ब्रांड फुटप्रिंटिंग रैंकिंग के मुताबिक उपभोक्ता वर्तमान में दुनिया भर में एफएमसीजी उत्पाद खरीदते हैं, जो व्यवसाय के लिए अपनी स्थिति को मजबूत करने के अवसरों का संकेत देती है।
 
 
Commonwealth Games 2022,जाने राष्ट्रमंडल खेल में भारतीय खिलाड़ियों के बारे में विस्तार से

Commonwealth Games 2022: राष्ट्रमंडल खेल एक सदस्य आधारित ऑर्गेनाइजेशन है। जो सरकार से किसी भी प्रकार से कोई धन प्राप्त या अर्जित नहीं करता है और राष्ट्रमंडल खेलों के अधिकारियों के साथ-साथ खेल आयोजनों और एथलीटों की भागीदारी के प्रशासन नियंत्रण और समन्वय के लिए मौजूद है।  इस साल 2022 राष्ट्रमंडल खेल इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेला जा रहा है। राष्ट्रमंडल खेल एक बहु खेल आयोजन है जो राष्ट्रमंडल के सदस्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय इंटरनेशनल लेवल पर आयोजित किया जाता है। जिसे 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित किया गया है। इस साल यह खेल 28 जुलाई से 8 अगस्त के बीच खेला जाएगा। 21 दिसंबर 2017 को बर्मिंघम को राष्ट्रमंडल खेल 2022 के लिए  मेजबान के रूप में घोषित किया गया था। जिससे इंग्लैंड तीसरी बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करने का मौका मिला है।
 राष्ट्रमंडल खेल से जुड़े नए समाचार और अपडेट

 राष्ट्रमंडल खेल के लिए भारतीय टीम में 322 सदस्य होते हैं जिनमें 72 टीम अधिकारी, 26 अतिरिक्त अधिकारी 9 दल के कर्मचारी और तीन महाप्रबंधक शामिल है। कॉमन वेल्थ गेम्स 28 जुलाई 2022 से शुरू हो गया है, जिसमें नीरज चोपड़ा इस साल एथलेटिक्स टीम की अगुवाई कर रहे हैं। मनप्रीत सिंह भारत की हॉकी टीम का नेतृत्व करेंगे। इस साल महिला क्रिकेट को भी कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने का मौका मिला है। भारत के खेल मंत्री ने राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को शामिल करने के लिए यूके पार्लियामेंट को पत्र लिखा है।  राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत की भागीदारी भारतीय एथलीट महासंघ ने गुरुवार को आगामी राष्ट्रमंडल खेल 2022 के लिए 37 सदस्य, भारतीय एथलीट टीमों के नामों की घोषणा जारी की है ।जिनका नेतृत्व ओलंपिक चैंपियन भाला फेंकने वाले नीरज चोपड़ा कर रहे हैं।
आइए जानते हैं राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष दलों में कौन-कौन खेल रहे हैं
अविनाश सेबल - 3000 मीटर स्टेपल चेज।
नितेंदर रावत - मैराथन।
 एमसी शंकर और मोहम्मद अनीस याहिया - लंबी कूद ।
अब्दुल्ला अबू बकर, प्रवीण चित्रवेल और एल्धोस पॉल - ट्रिपल जंप।
तजिंदर सिंह तूर - शॉटपुट।
 नीरज चोपड़ा ,डीपी मनु और रोहित यादव - भाला फेंक।
 संदीप कुमार और अमित खत्री- रेस वाकिंग ।
अमोज जैकब, नोआ निर्मल टॉम, अरोकिया राजीव, मोहम्मद अजमल, नागनाथन पांडी और राजेश रमेश- 4 * 400 मीटर रिले।
 महिला टीम में कॉमनवेल्थ गेम खेलने वाली महिलाओं के नाम
धनलक्ष्मी -100 मीटर और4 *100 मीटर रिले।
 ज्योति याराजी - 100 मीटर बाधा दौड़।
 ऐश्वर्या बी लॉन्ग जंप और ट्रिपल जंप ।
 एंसी सोजन- लॉन्ग जंप।
 मनप्रीत कौर - शॉट पुट।
नवजीत कौर ढिल्लों और सीमा अंतिल पुनिया डिस्कस थ्रो।
 अनु रानी और शिल्पा रानी भाला फेंक।
 मंजू बाला सिंह और सरिता रोहित सिंह  - हैमर थ्रो ।
भावना जाट और प्रियंका गोस्वामी  रेस वॉकिंग।
 हिमा दास, दुती चंद, सरबनी नंदा, एमवी  जिलाना और एनएस सिमी 4 * 100 मीटर रिले।
 

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