Source: Safalta
विश्व शांति दिवस कब मनाया जाता है, और इसका महत्व और थीम क्या है
हर साल विश्व 21 सितंबर को दुनिया भर के सभी देशों और उनके नागरिकों के बीच में शांति और सद्भाव बनाए रखने के उद्देश्य से विश्व शांति दिवस मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत 1982 से में हुई थी जिसकी थीम राइट टू पीस ऑफ पीपल रखी गई थी। साल 1982 से लेकर 2001 तक सितंबर महीने के तीसरे मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता था। लेकिन साल 2002 से इसके लिए 21 सितंबर की तारीख तय की गई थी। तब से लेकर आज तक हर साल 21 सितंबर को ही विश्व शांति दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का एकमात्र उद्देश्य है कि दुनिया भर में शांति कायम रहे और किसी के बीच में झगड़ा लड़ाई ना हो।
रामकृष्ण मिशन के जागृति कार्यक्रम क्या है जिसे NEP के तहत लॉन्च किया गया है
केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए रामकृष्ण मिशन के जागृति कार्यक्रम को लॉन्च किया है।
यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 स्वामी विवेकानंद के दर्शन से प्रेरित है।
यह कार्यक्रम कक्षा पहली से आठवीं के लिए कार्यक्रम बनाने के अलावा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए इस तरह के मूल्य आधारित शैक्षिक कार्यक्रम बनाने पर बल दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार रहने एवं राष्ट्रीय प्रगति तथा वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध प्रतिभा पूर्व निर्मित करने के लिए, बाल वाटिका से 12वीं तक सभी विद्यालयों में मूल्य आधारित शैक्षिक कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने के लिए एक सलाहकार ढांचा स्थापित करने का आवाहन किया है।
बधिरो का अंतरराष्ट्रीय सप्ताह क्या है जाने इसके महत्व एवं थीम के बारे में विस्तार से
हर साल सितंबर महीने के आखिरी रविवार को समाप्त होने वाले पूरे सप्ताह को बाधिरों के अंतरराष्ट्रीय सप्ताह के रूप में नामित किया गया है। साल 2022 में IWD 19 सितंबर से 25 सितंबर तक मनाया जा रहा है। साल 2022 में अंतरराष्ट्रीय बाधिर लोगों के सप्ताह का थीम सभी के लिए समावेशी समुदायों का निर्माण करना रखा गया है। यह वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ द डेफ द्वारा चालू की गई एक पहल है। जिसे पहली बार 1958 में रोम इटली में उस 1 महीने के उपलक्ष में लांच किया गया था जब डब्ल्यूएफबी की पहली विश्व कांग्रेस आयोजित की गई थी।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को भारत का पहला स्वक्ष सुजल प्रदेश घोषित किया है
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को भारत का पहला स्वक्ष सुजल प्रदेश घोषित किया है। इस उपलब्धि के साथ अंडमान और निकोबार दीप समूह के सभी गांवों को हर घर जल प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है और उन्हें खुले में शौच मुक्त के रूप में सत्यापित किया गया है। इसके साथ ही सुरक्षित पेयजल सप्लाई और उनका मैनेजमेंट सुजल और स्वच्छ का महत्वपूर्ण पहलू है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को भारत का पहला स्वक्ष सुजल प्रदेश घोषित किया है
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को भारत का पहला स्वक्ष सुजल प्रदेश घोषित किया है। इस उपलब्धि के साथ अंडमान और निकोबार दीप समूह के सभी गांवों को हर घर जल प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है और उन्हें खुले में शौच मुक्त के रूप में सत्यापित किया गया है। इसके साथ ही सुरक्षित पेयजल सप्लाई और उनका मैनेजमेंट सुजल और स्वच्छ का महत्वपूर्ण पहलू है।