Source: Safalta
आशा पारेख को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने साल 2020 के लिए दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता की घोषणा की है। जिसमें महान अभिनेत्री आशा पारेख को दादासाहेब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। यह पुरस्कार नई दिल्ली में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान आशा पारेख जी को दिया जाएगा। पुरस्कार की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि दादासाहेब फाल्के चयन जूरी ने आशा पारेख जी को भारतीय सिनेमा में उनके अनुकरणीय जीवन भर के योगदान के लिए मान्यता और पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। 68 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 30 सितंबर 2022 को आयोजित किए जाएंगे और इसकी अध्यक्षता भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू करेंगी।
हमर बेटी हमार मान अभियान का महत्व एवं उद्देश्य क्या है
महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने यह घोषणा की है कि वे लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक विशेष अभियान शुरू करेंगे और उन्हें आवश्यक सेवाएं इस अभियान के दौरान दी जाएगी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर यह कहा है कि "हमर बेटी हमार मान" यानी (हमारी बेटियां हमारा सम्मान है) नाम का एक अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत महिला पुलिसकर्मी सभी जिलों के स्कूलों एवं कॉलेज का दौरा करेंगे और लड़कियों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक करेंगी।
विदेश व्यापार नीति की अवधि 6 महीने के लिए बढ़ाई गई है
सितंबर माह में लागू होने वाले विदेश व्यापार नीति को 6 महीनों के लिए आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने विदेश व्यापार नीति 2015 - 2020 जो कि 30 सितंबर तक वैध थी उसे 6 महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है।
विश्व रेबीज दिवस का इतिहास, महत्व एवं इस साल का थीम क्या है
हर साल विश्व स्तर पर 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। यह दिन फ्रांसीसी वैज्ञानिक लुईस पाश्चर की डेथ एनिवर्सरी के तौर पर मनाया जाता है। लुईस पाश्चर ने पहली बार रेबीज का टीका तैयार कर मेडिकल फिल्ड को एक सुरक्षा कवच दिया था। रेबीज एक जूनोटिक बीमारी है, जो जानवरों से इंसानों में फैलती है और इसका कारण है लायसावायरस। शरीर में यह वायरस कुत्ते बिल्ली और बंदरों के काटने के बाद प्रवेश करता है और इसी के बचाव के लिए लुईस पाश्चर ने रेबीज का टीका तैयार किया था। उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए हर साल 28 सितंबर को यानी उनकी डेथ एनिवर्सरी के अवसर पर विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है।